कांस्टेबलों की 4000 रिक्तियों के लिए 5.5 लाख से अधिक आवेदक प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं

 

जम्मू 29 नवंबर (हि.स.)। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू-कश्मीर सेवा चयन भर्ती बोर्ड के माध्यम से पुलिस में कांस्टेबलों के चयन के लिए परीक्षा आयोजित करने हेतु उपायुक्तों द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लेने के लिए नागरिक प्रशासन और पुलिस विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में जेकेएसएसआरबी के अध्यक्ष के अलावा संभागीय आयुक्त कश्मीर/जम्मू, एडीजीपी जम्मू, आईजीपी कश्मीर, उपायुक्त, एसएसपी और अन्य संबंधित अधिकारी भी षामिल हुए। मुख्य सचिव ने इस अवसर पर अधिकारियों को पर्यवेक्षकों और अन्य व्यक्तिगत कर्मचारियों की तैनाती के संदर्भ में पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने उपायुक्तों से अपने जिलों में स्थापित सभी परीक्षा केंद्रों की जांच के लिए जिला प्रशासन में वरिष्ठ अधिकारियों के तहत टीमें बनाने के अलावा यथासंभव अधिक से अधिक परीक्षा केंद्रों का दौरा करने का आग्रह किया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए उन्हें जागरूक किया कि कहीं भी नकल या कदाचार की कोई अप्रिय घटना न हो और जिले के प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का आदेश दिया।

उन्होंने उनसे संवेदनशील और गैर-संवेदनशील परीक्षा सामग्री को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्हें पुलिस विभाग द्वारा ओएमआर शीट एसएसआरबी को वापस भेजे जाने तक पूरी प्रक्रिया की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का भी निर्देश दिया।

एसएसआरबी की अध्यक्ष इंदु कंवल चिब ने अपनी प्रस्तुति में बैठक को बताया कि 1, 8 और 22 दिसंबर, 2024 को कांस्टेबल (गृह विभाग) के 4002 पदों के लिए होने वाली परीक्षा में 5,59,135 उम्मीदवार शामिल होने वाले हैं।

उन्होंने आगे कहा कि कांस्टेबल (कार्यकारी/सशस्त्र/एसडीआरएफ) की परीक्षा 1 दिसंबर को जिलों के 856 केंद्रों पर आयोजित होने जा रही है, जिसके लिए यूटी में 2,62,863 उम्मीदवार उपस्थित होने वाले हैं, जिनमें से जम्मू जिले से अधिकतम 54,296 उम्मीदवार उपस्थित होंगे। इसी तरह कांस्टेबल (दूरसंचार) के लिए 1,67,609 उम्मीदवार 08 दिसंबर को होने वाली परीक्षा में शामिल होंगे और 1,28,663 उम्मीदवार इस साल 22 दिसंबर को कांस्टेबल (फोटोग्राफर) परीक्षा में शामिल होंगे।

अध्यक्ष ने बोर्ड द्वारा भेजी गई सामग्री और उनके द्वारा की गई अन्य व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी दी। यह पता चला कि पहली बार परीक्षा के संचालन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा की वीडियोग्राफी सुनिश्चित करने के अलावा प्रत्येक केंद्र में ’फ्रिसिं्कग पर्यवेक्षक’ के रूप में पुरुष और महिला राजपत्रित अधिकारियों को तैनात किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी