आनंद विवाह पंजीकरण से सिख जोड़ों की कई समस्याएं दूर होंगी: नलवा
जम्मू, 13 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में 'आनंद विवाह अधिनियम' को लागू करना जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग रही है। रणजोध सिंह नलवा ने कहा कि आनंद विवाह के पंजीकरण के लिए 'जम्मू और कश्मीर आनंद विवाह पंजीकरण नियम, 2023' के निर्माण ने समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया है और कहा कि इस कदम से सिख जोड़ों के सामने आने वाली कई समस्याएं कम हो जाएंगी। भाजपा जम्मू-कश्मीर के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष रणजोध सिंह नलवा, पार्टी मुख्यालय, त्रिकुटा नगर, जम्मू में मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
नलवा ने कहा कि नए नियमों के तहत, संबंधित तहसीलदार अपने संबंधित अधिकार क्षेत्र के भीतर ऐसे विवाहों का रजिस्ट्रार होगा। भाजपा जम्मू-कश्मीर का अल्पसंख्यक मोर्चा जम्मू-कश्मीर में आनंद विवाह अधिनियम के कार्यान्वयन पर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और एलजी मनोज सिन्हा को धन्यवाद देता है। हम आनंद विवाह अधिनियम के कार्यान्वयन के लिए जेकेयूटी के सिख समुदाय को भी बधाई देते हैं, जो इस समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग थी।
जेकेयूटी में सिख समुदाय की एक प्रमुख मांग सिख विवाह अधिनियम को लागू करना था, जिसमें पूर्ववर्ती जम्मू और कश्मीर राज्य में अनुच्छेद 370 के कारण देरी हुई थी। नलवा ने कहा कि इस कदम से एक बार फिर मोदी सरकार ने साबित कर दिया है कि वह क्षेत्र या धर्म से परे हर व्यक्ति के कल्याण के लिए काम कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान