एसीबी ने अनंतनाग में आरडीडी क्लर्क को बिल के भुगतान के लिए रिश्वत लेते हुए पकड़ा
श्रीनगर, 26 दिसंबर (हि.स.)। भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को अनंतनाग स्थित ग्रामीण इंजीनियरिंग विंग (आरडीडी) के एक क्लर्क को सिंचाई कार्य के बिल के भुगतान को जारी करने के बदले में एक शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
आरडीडी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार जम्मू और कश्मीर भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो को एक लिखित शिकायत मिली थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि शिकायतकर्ता के पिता ने एक सिंचाई लाढ़ का निर्माण कराया था और काम पूरा होने के बाद उन्होंने बिल जमा किया था, जिसे संबंधित अधिकारियों के माध्यम से अनंतनाग स्थित ग्रामीण इंजीनियरिंग विंग (आरडीडी) के कार्यालय को भेजा गया था, जहां संबंधित क्लर्क मंजूर अहमद अहंगर ने भुगतान जारी करने के लिए खुलेआम उनसे रिश्वत की मांग की। बयान में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया और इसके बजाय कानून के तहत उक्त क्लर्क के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो से संपर्क किया। बयान में कहा गया है, “शिकायत प्राप्त होने पर, एक गोपनीय सत्यापन किया गया जिससे उक्त सरकारी कर्मचारी द्वारा की गई मांग की पुष्टि हुई और तदनुसार पुलिस स्टेशन एसीबी अनंतनाग में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला एफआईआर संख्या 06/2025 दर्ज की गई और जांच शुरू की गई।”
बयान में कहा गया है कि जांच के दौरान एक जाल बिछाकर कार्रवाई करने वाली टीम का गठन किया गया। टीम ने सफलतापूर्वक जाल बिछाकर उक्त सरकारी कर्मचारी को रिश्वत मांगते और लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और जाल बिछाने वाली टीम से जुड़े स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में उसके पास से रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली गई। बयान में आगे कहा गया है, “इसके बाद, कार्यकारी मजिस्ट्रेटों और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में आरोपी सरकारी कर्मचारी के घर की तलाशी ली गई। मामले की आगे की जांच जारी है।”
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता