जिले में आवारा पशुओं की सुरक्षा और संरक्षण उपायों पर हुई समीक्षा बैठक

 


कठुआ, 12 दिसंबर (हि.स.)। डीसी कइुआ राजेश शर्मा ने जिले भर में आवारा पशुओं की सुरक्षा, संरक्षण और कल्याण के उपायों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक के दौरान डीसी ने सभी जिला अधिकारियों विशेष रूप से नगर पालिका, उच्च शिक्षा, विद्यालय शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में आवारा पशुओं की सुरक्षा, प्रबंधन और देखभाल के लिए अपनी निर्धारित भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया। डीसी ने अधिकारियों को विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया जिसमें सीमा दीवारों की स्थिति, उचित द्वार संरचनाओं, चैकीदारों की उपलब्धता और आवारा पशु प्रबंधन प्रोटोकॉल के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए प्रत्येक कार्यालय के लिए नामित नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का स्पष्ट उल्लेख हो। एडीसी, एसडीएम और नगर समितियों के कार्यकारी अधिकारियों को स्थानीय निकायों और संबंधित हितधारकों के परामर्श से कुत्तों को चारा खिलाने के लिए निर्धारित स्थानों की पहचान करने और उन्हें अधिसूचित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नियमित रूप से चारा खिलाने के केंद्र आवारा कुत्तों की आबादी की व्यवस्थित निगरानी और बेहतर प्रबंधन में सहायक होंगे।

वहीं ग्रामीण विकास विभाग को निर्वाचित प्रतिनिधियों और समिति सदस्यों के साथ मिलकर आवारा कुत्तों के प्रबंधन केंद्रों का निरीक्षण करने का कार्य सौंपा गया था ताकि उनकी कार्यप्रणाली, स्वच्छता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित किया जा सके। जिला निदेशक ने अंतर-विभागीय समन्वय, नियमित निगरानी और आवारा पशुओं की जिम्मेदारीपूर्ण देखभाल के प्रति जन जागरूकता की आवश्यकता पर भी बल दिया जिसमें घायल पशुओं की समय पर सूचना देना और उनके साथ मानवीय व्यवहार सुनिश्चित करना शामिल है। बैठक में एडीसी कठुआ विश्वजीत सिंह, जीएम डीआईसी मुश्ताक चौधरी, पीओ आईसीडीएस मोहम्मद सैयद खान, सीईओ शिक्षा, सीईओ/ईओ नगर पालिकाएं, संबंधित विभागों के जिला अधिकारी, साथ ही एडीसी और एसडीएम (जो वर्चुअल रूप से जुड़े) उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया