संस्कृत को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति के लिए निकाली गई रैली
जम्मू, 6 अगस्त (हि.स.)। श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट संस्कृत माह के चलते ट्रस्ट मंगलवार को गवर्मेंट हायर सेकंडरी स्कूल मुट्ठी से कृष्णा पैलेस तक देववाणी संस्कृत को बढ़ावा देने और नशा मुक्ति के लिए निकाली गई। भव्य जागरुकता रैली, समाज को नशे से दूर रहने और संस्कृत के महत्त्व का दिया गया संदेश दिया और पौधारोपण और वितरण भी हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री शाम लाल शर्मा, विष्टि अतिथि सेवा निवृत लेफ्टिनेंट जनरल आर के शर्मा और सारस्वत अतिथि एसपी रूरल जम्मू बृजेश शर्मा आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर शाम लाल शर्मा ने कहा कि संस्कृत को बढ़ावा देना समय की आवश्यकता है संस्कृत भाषा की संक्षिप्तीकरण की शैली इतनी अद्भुत है जो अन्य किसी भाषा में नहीं है। संस्कृत भाषा के प्राचीन ग्रंथों में इतना अधिक ज्ञान छिपा हुआ है कि जिनका शोध विदेशों में बड़े पैमाने पर हो रहा है। समाज के प्रत्येक नागरिक को नशे से दूर रहना चाहिए और उसके साथ-साथ समाज को भी नशे से दूर करने के लिए जागरूक करना चाहिए। महंत रोहित शास्त्री का भारत में संस्कृत भाषा के संवर्धन व विकास में अमूल्य योगदान दे रहे है।
आर के शर्मा ने कहा कि नशे से केवल एक व्यक्ति का ही नहीं बल्कि उसके परिवार व समाज का भी नुकसान होता है। महंत रोहित शास्त्री द्वारा मादक पदार्थों के बढ़ते सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए नशा मुक्ति रैली करवाना सराहनीय कार्य है।
बृजेश शर्मा ने कहा कि नशा किस प्रकार हमारे शरीर के साथ ही हमारे मानसिक, आर्थिक एवं पारिवारिक जीवन को खराब कर देता है और यदि कोई इसकी गिरफ्त में है तो उसे दृढ़ इच्छा शक्ति के द्वारा इससे बाहर लाने के लिये प्रयास करें। मुझे उम्मीद है कि समाज के अन्य हिस्सों से भी महंत रोहित शास्त्री द्वारा संस्कृत को बड़ावा देने के लिए प्रयास होंगे और संस्कृत एक बार फिर जम्मू कश्मीर की प्रचलित भाषा बनेगी।
महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि बताया हर वर्ष श्रावण पूर्णिमा के दिन संस्कृत दिवस मनाया जाता है और इस वर्ष 19 अगस्त श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाएगा और ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया है कि पिछले वर्ष की वांति इस वर्ष भी ट्रस्ट संस्कृत माह को मना रहा है जिसका शुभारंभ 23 जुलाई पांच हजार पौधो का वितरण कर हुआ था। पूरे माह देववाणी संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए भव्य कार्यक्रम होंगे। संस्कृत माह का समापन 19 अगस्त श्रावण पूर्णिमा के दिन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह