धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार मामले में शामिल 7 आरोपियों में से 4 गिरफ्तार
श्रीनगर, 28 जुलाई (हि.स.)। कश्मीर की आर्थिक अपराध शाखा ने सोमवार को बताया कि भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और राजस्व अभिलेखों में गलत दाखिल-खारिज के मामले में सात में से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीके ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (अपराध शाखा कश्मीर) ने साक्ष्यों के आधार पर गहन जाँच के बाद भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, गलत दाखिल-खारिज और राजस्व अभिलेखों में गलत प्रविष्टियाँ करने के मामले में शामिल सात आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, गलत दाखिल-खारिज और राजस्व अभिलेखों में गलत प्रविष्टियाँ करने के आरोप में दो राजस्व अधिकारियों सहित सात व्यक्तियों के खिलाफ दिनांक 09.07.2025 को एफआईआर संख्या 14/2025 दर्ज की गई है। ये संलिप्त व्यक्ति संगठित तरीके से काम कर रहे थे और श्रीनगर और बडगाम ज़िले के इलाकों में भोले-भाले लोगों को भारी आर्थिक नुकसान और पीड़ा पहुँचा रहे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रियाज़ अहमद भट पुत्र गुलाम मोहम्मद भट निवासी नौगाम श्रीनगर, मोहम्मद शफी लोन उर्फ शफ चीनी पुत्र अब्दुल अहद लोन निवासी मकान संख्या 187 सेक्टर बी, पीरबाग श्रीनगर, शाहनवाज़ अहमद राथर पुत्र नूर मोहम्मद राथर निवासी पादशाही बाग श्रीनगर और शब्बीर अहमद वानी पुत्र मोहम्मद इस्माइल वानी निवासी बागंदर लासजान शामिल हैं।
यह बताना उचित होगा कि कथित आरोपी सुश्री नुसरत अज़ीज़ पुत्री अब्दुल अज़ीज़ लोन निवासी गुरेज, ए/पी महजूर नगर, श्रीनगर (तहसीलदार) ने ज़मानत के लिए आवेदन किया था हालाँकि, माननीय भ्रष्टाचार निरोधक न्यायाधीश श्रीनगर की अदालत ने इसे रद्द कर दिया था। तब से तहसीलदार फरार हैं और अपनी गिरफ्तारी से बच रही हैं। उन पर चार अन्य एफआईआर (दो क्राइम ब्रांच कश्मीर और दो एसीबी कश्मीर में) भी दर्ज हैं।
इसके अलावा अन्य दो आरोपी आशिक अली पुत्र गुलाम रसूल खान निवासी पन्नेर जागीर, ए/पी हवाल, श्रीनगर (तत्कालीन पटवारी, बलहामा श्रीनगर) और शमीमा अख्तर पत्नी मोहम्मद शफी लोन निवासी गौरीपोरा, रावलपोरा भी फरार हैं और कानून के अनुसार उन्हें जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता