राज्यपाल ने शिमला के 28 स्कूलों के 356 मेधावियाें काे किया सम्मानित
शिमला, 7 अगस्त (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को ‘शिमला के मेधावी’ कार्यक्रम में शहर के 28 स्कूलों के 356 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा बच्चों के व्यक्तित्व का निर्माण करती है और युवा देश का भविष्य निर्धारित करते हैं। शिक्षा का उद्देश्य अच्छे गुणों का सृजन कर बेहतर इंसान बनाना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि बच्चों का लक्ष्य राष्ट्र का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने बच्चों को समय का सदुपयोग कर भविष्य की चुनौती के लिए तैयार रहने को कहा। उन्हाेंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में विद्यार्थियों से अनेक अपेक्षाएं रखी जाती हैं। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि वे बच्चों के समग्र विकास के लिए उन्मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाएं और उन्हें सही दिशा प्रदान कर उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करें।
प्रदेश में नशे की बढ़ती हुई प्रवृति पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अध्यापकों को युवाओं को इस बुराई से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को देव-भूमि हिमाचल की प्रतिष्ठा को बनाए रखना चाहिए।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और प्रदेश सरकार राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में भी शिक्षा को विस्तार प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार शैक्षणिक अधोसंरचाना के सुदृढ़ीकरण पर भी विशेष बल दे रही है। इसके लिए अध्यापकों के रिक्त पदों को भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में कलस्टर व्यवस्था, बेहतर स्कूल और गुणात्मक शिक्षा पर बल दिया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / सुनील कुमार सक्सैना