बागवानी मंत्री ने किया समराहन के फल संतति एवं प्रदर्शन उद्यान का निरीक्षण
मंडी, 17 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने मंडी जिला के कोटली उपमंडल के समराहन में स्थित बागवानी विभाग के फल संतति एवं प्रदर्शन उद्यान केंद्र का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि लोगों को बागवानी के प्रति आकर्षित करने के लिए 1970 के दशक में बनाया गए इस उद्यान को विकसित किया जाएगा ताकि लोग बागवानी के प्रति आकर्षित हों। उन्होंने बताया कि समराहन प्रदर्शन उद्यान में उपयुक्त स्थान को देखते हुए यहां एचपी शिवा परियोजना का संस्थान खोलने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कृषि में लगे किसानों से कहा कि वह कृषि के साथ बागवानी भी करें तभी उनकी आय में वृद्धि होगी। उन्होंने लोगों की मांग पर बताया कि धन्यारा की भांति समराहन गांव 200 बीघा भूमि को एचपी शिवा परियोजना के अन्तर्गत कलक्स्टर विकसित किया जाएगा और कलस्टर में इस क्षेत्र के पर्यावरण के अनुकूल फल लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बागवानी विकास के लिए विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के तहत बागवानों को लाभान्वित कर रही है ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो। उन्होंने बताया कि हिमाचल के सब ट्रापिकल क्षेत्र में 1200 करोड़ की एचपी शिवा परियोजना की जा रही है। छह हजार हेक्टेयर भूमि को इस के अंर्तगत लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस समराहन केंद्र में यूएसए से आयातित उन्नत किस्म के स्टोन फूट बादाम, आड़ू, प्लम, खुमानी, अखरोट और जापानी फल के पौधे लगाए जाएंगे और इन पौधों का रूट स्टॉक तैयार कर किसानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस उद्यान में सेब, प्लम, खुमानी, अखरोट, जापानी फल के कलमी पौधे तैयार की गई है और बागवान दिसंबर माह से पहले आओ पहले पाओ आधार पर पौधे ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि यहां पर विदेशी किस्म के सेब के पौधे एम 9टी-337 रूट स्टॉक तैयार की जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने लोगों की समस्याओं को भी सुना। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को फागला-समराहन और फागला-छानी सडक़ को एक सप्ताह में दुरस्त करने के निर्देश दिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा