कृषि विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा छात्रों की आपदा तैयारी, क्षमता को मिला सशक्त आधार

 


धर्मशाला, 21 दिसंबर (हि.स.)। चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में पशु चिकित्सा आपातकालीन प्रतिक्रिया इकाई, उत्तर क्षेत्र के माध्यम से आयोजित पशु चिकित्सा आपातकालीन प्रतिक्रिया संचालन पर 10वां ब्लॉक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का समापन हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से विश्वविद्यालय ने आपदा प्रबंधन एवं पशु चिकित्सा आपात सेवाओं में क्षमता निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ किया। समापन समारोह की अध्यक्षता कुलपति, डॉ. ए.के. पांडा ने की। इस अवसर पर डॉ. आदर्श कुमार, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, संकाय सदस्य तथा आमंत्रित विशेषज्ञ उपस्थित रहे। समारोह में सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा स्नातक के अंतिम वर्ष के 48 छात्रों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के अंतर्गत 17 से अधिक विशेषज्ञ व्याख्यान एवं व्यवहारिक प्रदर्शन आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य आपदा की स्थिति में तैयारी एवं त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को सुदृढ़ करना था। फायर ब्रिगेड केंद्र, डॉग स्क्वॉड (कांगड़ा), पर्वतारोहण विशेषज्ञों तथा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के विशेषज्ञों ने बहुविषयक प्रशिक्षण प्रदान किया।

प्रतिभागियों को अग्नि सुरक्षा, खोज एवं बचाव कार्य, पर्वतीय क्षेत्रों में घायल व्यक्तियों की सुरक्षित निकासी, रस्सी एवं बांस से अस्थायी स्ट्रेचर निर्माण तथा जीवन रक्षक प्राथमिक उपचार जैसे सीपीआर, दम घुटने की स्थिति, अत्यधिक रक्तस्राव, हड्डी टूटना एवं सिर की चोटों के प्रबंधन का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। एनडीआरएफ द्वारा प्रदर्शित उन्नत बचाव उपकरणों ने अनुभवात्मक अधिगम को और समृद्ध किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया