कृषि विज्ञान केंद्र मंडी को मिला प्रतिष्ठित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केंद्र पुरस्कार

 

धर्मशाला, 26 दिसंबर (हि.स.)। चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्याल, पालमपुर ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय के सुंदरनगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र मंडी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वर्ष 2024–25 के लिए ज़ोन–1 का “सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केंद्र पुरस्कार” प्रदान किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान कृषि प्रसार के क्षेत्र में केवीके मंडी के उत्कृष्ट, नवाचारी एवं प्रभावशाली योगदान के लिए दिया गया है।

कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, ज़ोन-1 में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड तथा जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के अंतर्गत कुल 72 कृषि विज्ञान केंद्र कार्यरत हैं। इस कड़े प्रतिस्पर्धी समूह में कृषि विज्ञान केंद्र मंडी का चयन होना कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर, मंडी जिला तथा पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव की बात है। यह पुरस्कार कृषि विज्ञान केंद्रों की वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला के दौरान शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जम्मू में आयोजित समारोह में ब कुलपति डॉ. बी.एन. त्रिपाठी द्वारा प्रदान किया गया।

कृषि विज्ञान केंद्र मंडी ने जिले में फसल विविधीकरण, मशरूम उत्पादन, बीज उत्पादन, कृषि उद्यमिता विकास, समेकित कीट प्रबंधन, प्राकृतिक एवं सतत कृषि पद्धतियों के प्रोत्साहन, मूल्य संवर्धन, क्षमता निर्माण प्रशिक्षण, ऑन-फार्म परीक्षण, फ्रंटलाइन प्रदर्शन तथा ड्रोन आधारित कृषि प्रौद्योगिकी प्रदर्शनों के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इस उपलब्धि पर कृषि विज्ञान केंद्र मंडी की पूरी टीम को बधाई देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. ए.के. पांडा ने प्रसन्नता व्यक्त की और इसे विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुरस्कार किसान-केंद्रित अनुसंधान, प्रसार और नवाचार के प्रति विश्वविद्यालय की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया