एम्बुलेंस कर्मियों की 48 घंटे की हड़ताल, नाहन में किया प्रदर्शन
नाहन, 26 दिसंबर (हि.स.)। जिला सिरमौर में 108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों ने सीटू जिला सिरमौर के बैनर तले 48 घंटे की निर्णायक हड़ताल कर सरकार, प्रशासन और ठेकेदार प्रबंधन की संवेदनहीन, मजदूर विरोधी और शोषणकारी नीतियों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज किया। शुक्रवार को नाहन में अपनी मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया और उपायुक्त कार्यालय परिसर में धरना भी दिया।
108 एवं 102 एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरजीत सिंह एवं राज्य अध्यक्ष सुनील दत्त ने कहा कि जो कर्मचारी दिन-रात जनता की जान बचाने का काम करते हैं, वही कर्मचारी आज कम वेतन, असुरक्षित भविष्य और अनिश्चित रोजगार के शिकार हैं—यह व्यवस्था का घोर पाखंड है।सरकार एक तरफ “स्वास्थ्य सेवा” का ढिंढोरा पीटती है और दूसरी तरफ जीवनरक्षक एम्बुलेंस कर्मियों को मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के जरिए गुलाम बनाने पर तुली है।
एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान कम्पनी उनका शोषण कर रही है। यदि सरकार और संबंधित विभागों ने तुरंत सकारात्मक कदम नहीं उठाए, तो यह आंदोलन जिला स्तर से राज्य स्तर और फिर सड़क से सदन तक ले जाया जाएगा। एम्बुलेंस सेवाओं को चलाने वाले हाथ अगर मजबूर हैं, तो व्यवस्था खुद ठप होने की जिम्मेदार सरकार होगी।
यूनियन के राज्य अध्यक्ष सुरजीत सिंह ने कहा कि 108 एवं 102 एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन (सीटू से संबद्ध) की सभी लंबित मांगों पर तुरंत निर्णय लिया जाए। एम्बुलेंस गाड़ियों की मेंटेनेस अवधि को जबरन “नो वर्क – नो पे” में बदलना बंद किया जाए और उस अवधि का पूर्ण वेतन दिया जाए।कर्मचारियों की EPF एवं ESI में की गई भारी अनियमितताओं और कटौतियों की लूट तुरंत रोकी जाए तथा सभी त्रुटियाँ दुरुस्त की जाएँ।महंगाई के इस दौर में कर्मचारियों के वेतन में हर वर्ष कम से कम 10 प्रतिशत अनिवार्य वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर