कामगार कल्याण बोर्ड बना संकट में घिरी सुमना देवी का सहारा

 


हमीरपुर, 23 दिसंबर (हि.स.)। गरीबी, पति की असामयिक मृत्यु और तीन बच्चों व बुजुर्ग सास-ससुर की जिम्मेदारी, ऐसी मुश्किल हालात में घिरी महिला के लिए जीवन चलाना आसान नहीं होता, लेकिन हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड की योजनाओं ने जिला हमीरपुर के भरेड़ी क्षेत्र के गांव घुरालड़ा की सुमना देवी को नया सहारा दिया है।

सुमना देवी और उनके पति प्रवीण कुमार दिहाड़ी मजदूरी और खेती-बाड़ी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे और दोनों बोर्ड में पंजीकृत श्रमिक थे। कुछ वर्ष पहले प्रवीण कुमार गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए और करीब डेढ़ साल पहले उनकी मृत्यु हो गई, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और बच्चों की पढ़ाई व रोजमर्रा का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया। ऐसे समय में कामगार कल्याण बोर्ड की योजनाएं सुमना देवी के लिए उम्मीद बनकर सामने आईं। पति की मृत्यु पर बोर्ड की ओर से उन्हें 2.20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई, जिससे परिवार को बड़ा सहारा मिला।

सुमना देवी की बड़ी बेटी बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है, बेटा ग्यारहवीं कक्षा में है और छोटी बेटी भी स्कूल में पढ़ रही है, जिनकी फीस के लिए उन्होंने बोर्ड में आवेदन किया है। इसके अलावा, जर्जर हो चुके पुराने मकान की जगह नया घर बनाने के लिए भी सुमना देवी ने बोर्ड से तीन लाख रुपये की सहायता के लिए आवेदन किया है। भविष्य में बच्चों की शादी के लिए भी बोर्ड की ओर से आर्थिक मदद मिलने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने बताया कि बोर्ड की 14 कल्याणकारी योजनाएं सुमना देवी जैसे गरीब श्रमिक परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं और कठिन समय में उन्हें संबल प्रदान कर रही हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल राणा