शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के साथ खेलों को दिया जा रहा बढ़ावा: विक्रमादित्य सिंह

 


शिमला, 6 अक्टूबर (हि.स.)। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के साथ-साथ खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

विक्रमादित्य सिंह रविवार को शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुन्नी में हिमाचल प्रदेश स्कूल क्रीड़ा संगठन द्वारा आयोजित अंडरदृ14 छात्राओं की चार दिवसीय 39वीं राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे थे।

उन्होंने खेलकूद प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 12 जिलों से आई कनिष्ठ वर्ग की 850 स्कूली छात्राओं तथा उनके खेल कोचों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हार-जीत जीवन के दो पहलू हैं, इसलिए हारने वाली टीम अपना हौसला न तोड़े, जीत का जज्बा बनाए रखें और पुनः प्रयास कर आगामी वर्ष होने वाली खेलों में अवश्य जीत हासिल करें।

उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार स्कूली बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास तथा बच्चों में आपसी मेल-मिलाप को बढ़ाने के लिए नियमित रूप से खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित करवा रही है ताकि सभी बच्चे फिट व स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद गतिविधियों में बढ़ चढ़ कर भाग ले सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए प्रयासरत हैं और स्कूलों व कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने पर बल दे रही है। विशेषकर कलस्टर स्कूल, जो सरकार द्वारा हर विधानसभा क्षेत्र में खोलने का निर्णय लिया गया है, उन स्कूलों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णयानुसार स्कूल प्रबंधन को अपने हिसाब से बच्चों के लिए वर्दी लगाने का अधिकार दिया गया है ताकि सरकारी स्कूल के बच्चे भी निजी स्कूलों की तरह अच्छी वर्दी व गुणवत्ता युक्त शिक्षा ग्रहण कर अपना भविष्य संवार सके।

सुन्नी क्षेत्र में विकासकार्यों पर व्यय किये जा रहे करोड़ों रूपए

शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सलापड-तातापानी सुन्नी-लुहरी सड़क सुरक्षा की दृष्टी से एक महत्वपूर्ण सड़क है। इस सड़क को राष्ट्रीय उच्च मार्ग घोषित करने के लिए केंद्र सरकार से वार्तालाप जारी है और शीघ्र ही इस सड़क को राष्ट्रीय उच्च मार्ग घोषित करने में सफलता हासिल होगी। उन्होंने कहा कि सुन्नी से लुहरी तक सड़क को चौड़ा व पक्का करने के लिए 68 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी जबकि खैरा तक डबल लेन सड़क निर्माण के प्रथम किस्त के रूप में 20 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की गई है जिसके लिए एसजेवीएन के साथ एमओयू हस्ताक्षर कर डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शीघ्र आरम्भ की जाएगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा