मजबूत इच्छाशक्ति से लड़े जाते हैं चुनाव, सामने कोई भी हो फर्क नही पड़ता: रायेजाद

 






ऊना, 27 मई(हि. स.)। भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही हिमाचल प्रदेश के लोकसभा संसदीय क्षेत्र हमीरपुर से इस बार कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में ऊना जिला से सतपाल रायेजादा मैदान में है। उनके सामने हैं भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, जो कि लगातार चार बार से जीतते आ रहे हैं और अब पाचंवीं बार फिर से भाजपा ने उनपर विश्वास जताया है। अनुराग ठाकुर केंद्र सरकार में मंत्री है और कई बार अपने बयानों के चलते मीडिया की सुर्खियों में रहे हैं, हिमाचल की ये सीट हॉट सीट बनी हुई। इसी सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी सतपाल रायेजादा से हिन्दुस्थान समाचार द्वारा विभिन्न मुद्दों को लेकर सवाल-जबाब किये। जिन्होंने बड़ी सरलता व बेबाकी से जवाब दिए:-

प्र. आपके सामने एक भाजपा के हेवीवेट नेता और चार बार के सांसद है, इसको कैसे देखते हैं?

मैंने कभी ये नही सोचा कि सामने कौन है या कौन होगा, क्योंकि चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति के साथ लड़े जाते हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के तीन बार के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती को हराकर विधानसभा में पहुंचा था इसलिए सामने कोई हो, फर्क नहीं पड़ता और जहां तक आप अनुराग ठाकुर की बात कर रहे है वो बेशक बड़े नेता है लेकिन वो क्षेत्र के लिए कुछ नहीं कर पाए। उनपर तो एक कहावत भी फिट बैठती है बड़े हुए तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर, पंथी को छाया नही फल लागे अति दूर।

प्र. पार्टी ने आपको प्रत्याशी घोषित करने में देरी कर दी, इससे कोई नुक्सान होगा?

प्रत्याशी घोषित करने में कोई देरी नहीं हुई है। पार्टी हाईकमान ने काफी समय पहले ही मुझे चुनाव लडऩे के लिए बोला था। जिसके लिए मैं तैयारी भी कर रहा था बस पार्टी की तरफ से औपचारिक घोषणा का इंतजार था। इतना जरूर है कि अगर ये औपचारिक घोषणा जरा जल्द हो जाती तो प्रचार के लिए अधिक समय मिल जाता।

प्र. मोदी लहर में अपनी जीत को लेकर कितना आश्वस्त हैं?

देश में अब कोई भी मोदी लहर नही है। हिमाचल में सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की जनहितेशी नीतियां तो मोदी की लहर पर कहर साबित हो रही हैं। जनता और खासकर युवा वर्ग भाजपा की रोजगार विरोधी नीतियों से तंग आ चुका है। लोगों को केवल धर्म के नाम पर लड़ाया जा रहा है। हिमाचल में कांग्रेस पार्टी की सरकार है, जहां से मैं ही नही बल्कि चारों कांग्रेसी प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे।

प्र. बतौर विधायक आपकी क्या उपलब्धियां रहीं?

मैं 2017 से 2022 तक ऊना सदर से विधायक रहा। इस दौरान भाजपा की सरकार के सत्ता में होते हुए भी मैंने विधायक निधि से लाखों-करोड़ों के विकास कार्य करवाएं। विधायक के तौर पर मिलने वाला वेतन 5 सालों तक खुद नही लिया बल्कि सीधे उन लगभग 60 परिवारों के बैंक खातों में डाला जोकि सबसे निर्धन और अंतिम पंक्ति में थे। राजनीति कमाने का नही बल्कि समाजसेवा के लिए करता हूं।

प्र. संसदीय क्षेत्र के कौन से मुद्दे आपकी प्राथमिकता है?

हिमाचल को देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी कहा जाता है, क्योंकि सेना में जाकर देश सेवा करने में हिमाचली सबसे आगे हैं। इसलिए सबसे पहली प्राथमिकता अग्रिवीर योजना को रद्द करवाना रहेगी। इसके अलावा पौंग बांध विस्थापितों की समस्याएं हल करवाना, कर्मचारियों के हितों की पैरवी करना भी शामिल रहेगा। संसदीय क्षेत्र में हवाई सेवा शुरू करवाना और युवाओं के लिए सरकारी स्तर पर बड़ी खेल अकादमी शुरू करवाने सहित युवाओं को पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल का निशुल्क प्रशिक्षण देने के लिए भी कोई सकारात्मक पहल करना एजेंडे में शामिल है।

प्र. भाजपा की कौन सी कमजोरी आपके लिए फायदेमंद होगी?

प्रदेश में आई आपदा के समय सांसद अनुराग ठाकुर कहीं दिखाई नही दिए और ना ही हिमाचल को कोई विशेष पैकेज दिला पाए। जीत के बार अनुराग हमेशा संसदीय क्षेत्र से गायब रहें है। जनता तो क्या भाजपा कार्यकर्ताओं को भी वह सिर्फ चुनावों में ही मिलते है जबकि मैं हर समय जनता के लिए उपलब्ध रहता हूं।

प्र. हिमाचल के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से है, इसका कितना लाभ मिलेगा?

ये मेरे लिए गर्व और हौंसला बढ़ाने वाली बात है कि सीएम और डिप्टी सीएम मेरे संसदीय क्षेत्र से आते है, जिसका सीधा लाभ मुझे मिलेगा। हर रैली और जनसभा में इन दोनों वरिष्ठ नेताओं का सहयोग मुझे खूब मिल रहा है, जो कि मुझे जीत तक ले जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/विकास/सुनील