हिमाचल में तीन अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट, ऊना में सबसे ज्यादा बरसे बादल
शिमला, 31 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बुधवार को बादल छाए हुए हैं। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश हुई। ऊना में सबसे ज्यादा 60 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसके अलावा धर्मशाला में 46 मिमी, मनाली में 45 मिमी, जोगेंद्रनगर में 27 मिमी, पालमपुर में 17 और कसौली में 15 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे यानी पहली अगस्त को राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसे लेकर तीन जिलों कांगड़ा, उना और सिरमौर में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दो से चार अगस्त तक राज्य के अधिकतम हिस्सों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए लाेगाें काे सतर्क रहने व नदी-नालाें के किनारे न जाने की हिदायत दी गई है ।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून के दस्तक देने से लेकर अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर व कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है।
मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश व भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है। इसमें सड़क हादसों में 66 लोगों की जान गई। जबकि 65 मौतें उंचाई से फिसलने, डूबने व बहने, करंट व सर्पदंश से हुई हैं।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / सुनील शुक्ला