शिमला में पर्यटकों की चहल पहल बढ़ी, सरकारी होटलों में ठहरने पर मिल रही 40 फीसदी छूट

 




शिमला, 15 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी व हिल्स स्टेशन शिमला में बारिश का क्रम थमने से सैलानियों की चहल-पहल भी शुरू हो गई है। इस वीक एंड पर शिमला व आसपास के पर्यटन स्थलों में काफी पर्यटक आए। यहां के ऐतिहासिक मॉल रोड व रिज मैदान पर शनिवार से सैलानियों की भीड़ देखी जा रही है। वीक एंड पर एक साथ तीन छुट्टियों से काफी संख्या में सैलानी शिमला की वादियों का रूख कर रहे हैं। सैलानियों के उमड़ने से होटलों में ऑक्यूपेंसी बढ़कर 50 फ़ीसदी पहुंच गई है। वहीं सैलानियों को रिझाने के लिए

राज्य सरकार के उपक्रम हिमाचल पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) ने अपने होटलों में चल रहे मानसून डिस्काउंट को 13 सितंबर से 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है।

शिमला में बरसात के मौसम में सैलानियों की आमद कम रहने की वजह से होटलों में ऑक्यूपेंसी 20 फीसदी रहती है। ऑफ सीजन के बावजूद वीक एंड पर सैलानियों के जुटने से पर्यटन कारोबारियों के चहरे खिल गए हैं। शिमला में इन दिनों मौसम सुहावना बना हुआ है। रविवार को यहां धुंध छायी हुई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन हल्की वर्षा का अनुमान जताया है। हालांकि किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि वर्षा ऋतू के कारण जुलाई और अगस्त के महीनों में नाममात्र सैलानियों का आना हुआ। इससे पर्यटन कारोबार पर काफी प्रतिकूल असर हुआ लेकिन खुशी की बात यह है कि अब मानसून के धीमे पड़ने और अंतिम पढाव पर होने से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है। अक्टूबर के पहले हफ्ते मानसून प्रदेश से रुख्सत हो जाता है।

शिमला होटलियर एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि इस वीक एंड पर सैलानियों की आमद में बढ़ोतरी हुई है और होटलों में ऑक्यूपेंसी 50 फ़ीसदी तक पहुंच गई है।

उधर एचपीटीडीसी ने अपने होटलों में ऑफ सीजन डिस्काउंट को 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है। सैलानियों को रिझाने के लिए एचपीटीडीसी अपने 35 होटलों में बुकिंग पर बीते 15 जुलाई से 20 से 40 फीसदी तक डिस्काउंट दे रहा है। होटल कारोबार को पटरी पर लाने के लिए एचपीटीडीसी ने डिस्काउंट बढ़ाने का फ़ैसला लिया है। एचपीटीडीसी के महाप्रबंधक अनिल तनेजा ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग होटलों में कमरों की बुकिंग पर छूट आगामी 30 सितंबर तक जारी रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा