राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क एनआईआरएफ में होगा सरदार पटेल विश्वविद्यालय
मंडी, 13 अगस्त (हि.स.)। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर साल आयोजित होने वाले राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क एनआईआरएफ की प्रक्रिया में अब सरदार पटेल विश्वविद्यालय भी शामिल होगा। जिससे यह पता चलन सके कि देश के विश्वविद्यालयों के समक्ष एसपीयू की रैंकिंग कहां खड़ी होती है। एसपीयू के कुलपति प्रो. ललित अवस्थी ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हाल ही में गर्वनर महोदय ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक कर उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने को लेकर सार्थक चर्चा की तथा अपनी ओर से भी अमूल्य सुझाव दिए।
प्रो. अवस्थी ने बताया कि सरदार पटेल विश्व विद्यालय की ओर से आगामी सोलह से अट्ठारह अगस्त तक सोलह सौ बीएड की सीटों के लिए प्रथम दौर की काउंसलिंग करवाई जा रही है। जिसमें चार सौ सीटें नॉन मेडिकल, 339 मेडिकल और करीब आठ सौ सीटें आटस की होगी। उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र के पंद्रह बीएड कालेजों के लिए यह काउंसङ्क्षलग होगी। लेकिन एकमात्र सरकारी कालेज वल्लभ राजकीय कालेज इस दौड़ से बाहर हो गया है। यह अपने आप में चिंता का विषय है कि जिला का एकमात्र सरकारी कालेज बीएड की कक्षाएं चलाने की दौड़ से बाहर हो गया है।
उन्होंने बताया कि सरदार पटेल विवि आने वाले समय में आर्थिक रूप से आत्म निर्भर होने की दिशा में प्रयास करेगा। जिसमें विविध विषयों बीटैक,आईटी बीटैक, बीएड और फार्मेसी आदि कोर्स शुरू कर आर्थिक रूप से आत्म निर्भर होने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय पढ़ाई के साथ-साथ रोजगारोन्मुख शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बड़-बड़े उद्योगों के साथ संपर्क कर इंटरनशिप और स्टार्टअप शुरू करने के लिए भी बच्चों को प्रेरित किया जाएगा। स्थानीय मुछदों पर रिसर्च, कुछ गांव गोद में लेकर उन गांवों की समस्याओं की तलाश कर उनके समाधान के अलावा यूनिवर्सिटी के कामकाज में डिजिटाजेशन, ऑन लाइन कोर्स, एंटीरैगिंग कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यूजीसी से मिले 20 करोड़
प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्य सरकार की ओर से सकारात्मक किए जा रहे हैं। उन्होंनें बताया कि इस सिलसिले में वे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से भी मुलाकात कर चुके हैं। आने वाले समय में इसी और एफसी की बैठकें करवा कर लंबित मुद्दों पर चर्चा कर सरकार के समक्ष रखा जाएगा। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की ओर से भी एसपीयू को प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत बीस करोड़ की राशि मिल चुकी है। जिसे एसपीयू के सुंदरनगर स्थित परसिर को शुरू करने के लिए खर्च किया जाएगा। उसी कड़ी में बासा में भी यूनविर्सिटी के परसिर को को विकसित किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा / सुनील शुक्ला