जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की जरूरत : शान्ता कुमार
शिमला, 28 मई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि चुनाव का अन्तिम दौर जोर शोर से एक जून की तरफ बढ़ रहा है। वर्तमान सरकार के विरूद्ध सबसे बड़ी बात गरीबी और बेरोजगारी कहीं जा रही है। मैं यह मानता हूं कि आज भी कुछ स्थानों पर गरीबी और बेरोजगारी है परन्तु बड़े जोर से कहना चाहता हूं कि इसकी जिम्मेदारी वर्तमान सरकार पर नही है।
शान्ता कुमार ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि मोदी सरकार ने गरीबी और बेरोजगारी दूर करने के लिए कई योजनाएं चलाई है। 25 करोड़ गरीब गरीबी से बाहिर भी निकले है। करोड़ों युवकों को रोजगार भी मिला है। इतनी योजनाएं मोदी सरकार ने चलाई है। इससे बढ़कर कोई सरकार और कुछ नहीं कर सकती। इस सबके बाद भी जो गरीबी और बेरोजगारी है उसका कारण केवल बढ़ती आबादी का विस्फोट है। मुझे दुख है कि भारत की आज की इस सबसे बड़ी समस्या पर इस चुनाव में राजनैतिक दलों ने कोई चर्चा नहीं की। 1947 में 35 करोड़ भारत की जनसंख्या आज 77 वर्ष के बाद 144 करोड़ हो गई है। 77 वर्ष में लगभग 100 करोड़ आबादी का बढ़ना विचारणीय है गंभीर है। आज भी प्रतिवर्श देश की आबादी एक करोड़ 20 लाख बढ़ जाती है। टिडी दल की तरह बढ़ती ऐसी जनसंख्या की गरीबी व बेरोजगारी कोई भी सरकार समाप्त नहीं कर सकती।
शान्ता कुमार ने कहा विश्व के 190 देशों में प्रतिवर्ष लगभग 8 करोड़ आबादी बढ़ती है। उसमें केवल भारत में एक करोड़ 25 लाख और बाकी की 6 करोड़ 189 देशों में। विश्व के बहुत से देशों में बढ़ती आबादी को रोक लिया है।
उन्होंने कहा पिछले वर्ष 15 अगस्त के भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस समस्या का जिकर करते हुए कहा था - ”जनसंख्या विस्फोट भयंकर समस्या है इसकी ओर ध्यान देना चाहिए।“ शान्ता कुमार ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इस चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी पहला काम यह करेंगे कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनायेंग और देश थोड़ी बहुत बची हुई गरीबी और बेरोजगारी से मुक्त हो जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/उज्जवल