शिमला के ऐतिहासिक संकटमोचन मंदिर में 200 वाहनों की पार्किंग का उदघाटन
शिमला, 12 मार्च (हि.स.)। राजधानी शिमला के ऐतिहासिक संकटमोचन मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को अब जाम से नहीं जूझना पड़ेगा। मंदिर परिसर में चार करोड़ की लागत से वाहन पार्किंग तैयार हुई है। इस पार्किंग में 200 वाहन खड़ा करने की क्षमता है। सिटी मिशन के तहत बने इस वाहन पार्किंग का उद्घाटन बुधवार को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया।
इस अवसर पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कच्ची घाटी वार्ड एवं संकट मोचन मंदिर क्षेत्र के लोगों की काफी पुरानी मांग को पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि संकट मोचन मंदिर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की अधिक आवाजाही को देखते हुए एक भव्य वाहन पार्किंग की सख्त जरूरत थी, इसलिए इस पार्किंग को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्मित किया गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस वाहन पार्किंग के निर्माण के लिए 2013 में शिलान्यास किया था लेकिन फॉरेस्ट क्लीयरेंस व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करने में अधिक समय लगने के कारण निर्माण कार्य पूर्ण करने में थोड़ी देरी जरूर हुई है। इस वाहन पार्किंग में 200 वाहन खड़ा करने की क्षमता होगी। इससे पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी वाहन पार्किंग की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि संकट मोचन मंदिर के साथ एक बड़ा सामुदायिक भवन का निर्माण भी किया जाएगा और इसे भंडारा आदि की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए संकट मोचन तथा बढ़ई गांव से होकर सर्कुलर रोड बनाने व पुराने रोड़ को चैड़ा करने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ शिमला क्षेत्र के विकास के लिए भी भरसक प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला के सभी वार्डों में संतुलित व समान विकास सुनिश्चित करने के लिए एक रोड मैप तैयार कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से स्वीकृति लेकर उस पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास वर्तमान की आवश्यकता है लेकिन शिमला की खूबसूरती को भी बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है जिससे शिमला में पर्यटकों की आवाजाही को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम के सभी वार्डों में से चार वार्ड शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आते हैं, इन चार वार्ड के विकास के लिए उन्होंने पहले 6-6 लाख रुपए देने की घोषणा की थी जिसे उन्होंने बढ़ाकर 10-10 लाख रुपए करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि शिमला शहर को पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए प्रथम चरण में सुन्नी स्थित शकरोडी से 1200 करोड़ की लागत से निर्मित की जा रही उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण कार्य जारी है और द्वितीय चरण में शिमला शहर के साथ-साथ शहर से सटे क्षेत्रों में भी पर्याप्त पेयजल मिले, इसके लिए कोलडेम से उठाऊ पेयजल योजना बनाई जाएगी जिस पर 800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे जिसकी सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल
/सुनील