हिमाचल प्रदेश से प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने की चर्चा, दिल्ली में मंथन
शिमला, 05 फरवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले चुनाव के लिए सतारूद्व कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार की तलाश में जुटी है। कांग्रेस की तरफ से हाईकमान उम्मीदवार का फैसला करेगा। खास बात यह है कि इस बार कांग्रेस की तरफ से एक नाम सबको चौंका सकता है।
राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी यहां से पार्टी की उम्मीदवार बन सकती हैं। ऐसा नहीं होने पर उनके अलावा कोई दिग्गज नेता हिमाचल से उच्च सदन में जाएगा।
दरअसल, हिमाचल से बतौर राज्यसभा सांसद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज है, ऐसे में कांग्रेस का उम्मीदवार यहां से राज्यसभा जाएगा। कांग्रेस नेतृत्व खाली हो रही एक सीट पर प्रियंका गांधी को उच्च सदन भेजने पर विचार कर रही है। प्रियंका गांधी के अलावा सोनिया गांधी को भी हिमाचल से भेजने की चर्चा चल रही थी। हालांकि सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा में उतारा जा सकता है। इस सूरत में प्रियंका को हिमाचल से राज्यसभा उम्मीदवार बनाने की संभावना है। बताया जा रहा है कि इसे लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ चर्चा हुई है।
कांग्रेस से जुड़े लोगों का कहना है कि सोनिया गांधी और प्रियंका के नाम इस लिस्ट में सबसे आगे चल रहा है। पार्टी राजनीतिक समीकरण के आधार पर तय करने की कवायद में जुटी है कि सोनिया गांधी को हिमाचल प्रदेश से उम्मीदवार बनाया जाए या फिर राजस्थान से। चुंकि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पूरी कमान प्रियंका गांधी के पास थी। प्रदेश विधान सभा चुनाव में उन्होंने प्रखर और अग्रणी भूमिका निभाई है। जन संवाद से लेकर बड़ी रैलियां में वह व्यक्तिगत रूप में शामिल रही हैं। प्रियंका गांधी का शिमला के समीप छराबड़ा में अपना आशियाना भी है। इन्हें भुनाने के लिए प्रियंका को हिमाचल से उम्मीदवार बनाने पर मंथन चल रहा है।
प्रियंका के राज्यसभा में न जाने की सूरत में हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री विप्लव ठाकुर और आशा कुमारी में से किसी एक को पार्टी राज्यसभा भेज सकती है। प्रदेश में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार है। ऐसे में भाजपा की तरफ से किसी के लिए राज्यसभा का दरवाजा खुलना मुमकिन नहीं होगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पष्ट कर चुके हैं कि राज्यसभा में उम्मीदवार का नाम हाईकमान तय करेगा। हाईकमान से जिस नाम पर मुहर लगेगी, प्रदेश में सभी विधायक उनका समर्थन करेंगे।
आठ फरवरी को जारी होगी चुनाव की अधिसूचना, 15 फरवरी तक नामांकन
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें हैं। इनमें से हिमाचल से सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है। राज्य निर्वाचन विभाग आठ फरवरी को अधिसूचना जारी करेगा। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी तक नामांकन दाखिल हो पाएंगे। 16 फरवरी को नामांकनों की समीक्षा होगी। 20 फरवरी तक नाम वापस लिया जा सकता है। 27 फरवरी को मतदान और शाम पांच बजे के बाद परिणाम सामने आ जाएंगे।
बता दें कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश से भाजपा के डाक्टर सिकंदर कुमार और इंदू गोस्वामी राज्यसभा सदस्य हैं।
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