हिमाचल में आज पल्स पोलियो अभियान, 6.24 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी दवा

 

शिमला, 21 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के नौनिहालों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। राज्यभर में इसके लिए 5,793 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत इस अभियान में कुल 6.24 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। विभाग का प्रयास है कि पहले ही दिन बूथों पर करीब 90 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया जाए, जबकि शेष बच्चों को अगले दो दिनों में घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी।

इस अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला स्थित राज्य के एकमात्र मातृ-शिशु अस्पताल कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) से करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रदेश में घूमने आए पर्यटकों के 0 से 5 वर्ष आयु के बच्चों को भी पोलियो की खुराक मिल सके। इसके लिए सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों पर व्यवस्था की गई है। सैलानी अपने नौनिहालों को किसी भी सरकारी अस्पताल, डिस्पेंसरी या नजदीकी पोलियो बूथ पर ले जाकर दवा पिला सकते हैं।

एनएचएम के अनुसार प्रदेश में कांगड़ा और मंडी जिलों में नौनिहालों की संख्या सबसे अधिक है। मंडी जिले में 1,103 पोलियो बूथ बनाए गए हैं, जहां करीब 1.12 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। वहीं कांगड़ा जिले में 1,010 बूथों पर लगभग 1.05 लाख नौनिहालों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। शेष जिलों में भी बड़े पैमाने पर बूथ स्थापित किए गए हैं। बिलासपुर में 275 बूथों पर 29 हजार, चंबा में 542 बूथों पर 47 हजार, हमीरपुर में 282 बूथों पर 28 हजार, किन्नौर में 100 बूथों पर 5,500, कुल्लू में 393 बूथों पर 38 हजार, लाहौल-स्पीति में 50 बूथों पर 2,500, शिमला में 712 बूथों पर 62 हजार, सिरमौर में 538 बूथों पर 55 हजार, सोलन में 424 बूथों पर 45 हजार और ऊना में 364 बूथों पर 35 हजार बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य तय किया गया है।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि अभियान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी और आशा वर्करों सहित सभी की ड्यूटियां सुनिश्चित कर दी गई हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने 0 से 5 वर्ष के सभी बच्चों को नजदीकी पोलियो बूथ पर अवश्य लेकर आएं और उन्हें पोलियो की खुराक पिलवाएं।

डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि झुग्गी-झोंपड़ी, ईंट-भट्ठों और निर्माण स्थलों पर काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों तक पहुंचने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ऐसे बच्चों को दवा पिलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे। विभाग को उम्मीद है कि पहले दिन ही 90 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा और शेष बच्चों को अगले दो दिनों में कवर कर अभियान को पूरी तरह सफल बनाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा