शिमला के नेरवा पहुंचा मस्जिद विवाद, हिंदू संगठन के लोगों का प्रदर्शन

 


शिमला, 19 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में मस्जिद विवाद को लेकर जो चिंगारी सुलगी थी वो अब पूरे प्रदेश में फैल चुकी है। शिमला जिला के ही नेरवा में गुरूवार को भारी तादाद में हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। करणी सेना और हिंदू संगठनों के आवाहन पर लोगों ने प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने मस्जिदों में अवैध निर्माण और बाहरी राज्यों से आने वाले विशेष समुदाय के लोगों का पंजीकरण न होने पर अपना गुस्सा जाहिर किया। अहम बात यह रही कि हिंदु संगठनों के आहवान पर नेरवा के सभी व्यापारियों ने विरोध जताने के लिए सुबह से अपनी दुकानें बंद रखीं। इस दौरान प्रशासन की ओर से भी भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा और किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। हिंदू संगठनों ने नेरवा बाजार से डुंडी माता मंदिर तक रैली निकाली। इस दौरान स्थानीय लोगों ने एक विशेष समुदाय के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने यहां बनी एक मस्जिद की ओर बढ़ने की भी कोशिश की। लेकिन दल-बल के साथ मौजूद पुलिस ने इन्हें आगे बढ़ने से रोका।

दरअसल शिमला में बीते 11 सितंबर को पुलिस लाठीचार्ज से करणी सेना और हिंदू संगठन भड़क गए थे। इसलिए इन्होंने आज नेरवा में प्रदर्शन का आवाहन किया था। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश में बढ़ रही बाहरी लोगों की संख्या पर अंकुश लगाने और इनकी वैरिफिकेशन की मांग की।

संजौली मस्जिद मामले में प्रदर्शन के चलते हिंदू जागरण मंच के नेता कमल गौतम भी नेरवा पहुंचे थे। संजौली में हुए प्रदर्शन में इन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था। कमल गौतम ने नेरवा में प्रदर्शन के दौरान कहा कि संजौली में हुए प्रदर्शन के दौरान हमारे बुजुर्ग, महिलाओं के अलावा युवाओं पर भी पुलिस ने लाठियां भांजी हैं। यह प्रदेश सरकार के इशारे पर हुआ। उन्होंने कहा कि नेरवा व चौपाल नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बाहर से आने रहे लोगों ने अवैध कब्जे किए हैं। हिंदू होने के नाते हम सब का अपनी देव भूमि के लिए कर्तव्य बनता है।

बता दें कि मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों के आहवान पर जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे पहले शिमला से सटे सुन्नी में लोगों ने प्रदर्शन किया था। इसके अलावा मंडी, पांवटा साहिब, चंबा और हमीरपुर में भी हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतर कर अपना आक्रोश जाहिर कर चुके हैं। मंडी की मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम प्रशासन अवैध हिस्से को गिराने के आदेश दे चुका है। वहीं शिमला के संजौली मस्जिद विवाद मामले में नगर निगम आगामी पांच अक्टूबर को मामले की सुनवाई करेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा