गुरु की नगरी पांवटा साहिब में विशेष कवि दरबार का आयोजन

 

नाहन, 18 अक्टूबर (हि.स.)। ऐतिहासिक गुरु की नगरी पांवटा साहिब में लगभग 350 साल पहले गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी द्वारा शुरू की गई कवि दरबार की परंपरा आज भी जारी है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब हर महीने पूर्णिमा की रात को कवि दरबार का आयोजन करती है। इस पूर्णिमा पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक नई पहल शुरू की, जिसके तहत पिछले दो दिनों में युवाओं को कवि दरबार से जोड़ने और उन्हें कविताएं पढ़ने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। पूर्णिमा की रात, चयनित 100 से अधिक कवियों को अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने का अवसर मिला।

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब के मैनेजर सरदार जागीर सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि गुरु गोबिंद सिंह महाराज ने पांवटा साहिब में कवि दरबार की परंपरा की नींव रखी थी, जो आज भी जीवित है। उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी ऐसा कवि दरबार नहीं है, केवल पांवटा ही ऐसा स्थान है जहां इस परंपरा की स्थापना हुई थी।

इस विशेष कवि दरबार में 100 से अधिक कवियों ने अपनी रचनाएं पेश कीं। कवियों ने बताया कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की यह पहल युवा पीढ़ी को आधुनिक उपकरणों से जोड़ने और उन्हें कविता लिखने के लिए प्रेरित करने में सहायक है। दो दिनों की कार्यशाला में उन्हें कविताओं की बारीकियां सिखाई गई और आज के कार्यक्रम ने उन्हें एक बेहतरीन मंच प्रदान किया।

हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और महाराष्ट्र समेत देश के विभिन्न कोनों से आए कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर