टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए रोल मॉडल के रूप में आगे आएं युवा: डा. राजेश सूद

 


कांगड़ा के युवाओं ने लिया टीबी मुक्त भारत बनाने का संकल्प

धर्मशाला, 03 नवंबर (हि.स.)। कांगड़ा जिला के विभिन्न रेड रिबन क्लब के पीयर एजुकेटर की कार्यशालाओं में युवाओं ने टीबी मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया। इन कार्यशालाओं का आयोजन राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सूद की अध्यक्षता में हुआ। जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी हारेगा देश जीतेगा का नारा दिया हुआ है जिसके अंतर्गत देश को 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाया जाएगा।

उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि युवा इस बीमारी के बारे में जागरूक बनें। साथ ही युवा टीबी के मरीजों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव न करके मिसाल प्रस्तुत करें व रोल मॉडल के रूप में आगे आएं। जिला क्षय कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस रोग के खात्मे के लिए एक जन जागरण अभियान चलाने की आवश्यकता है जिसमें युवा अहम रोल निभा सकते हैं उन्होंने प्रतिभागियों से सोशल मीडिया अन्य माध्यमों से इस रोग के बारे में जागरूकता फैलाने की अपील की।

उन्होंने बताया कि टीबी रोग एक संक्रामक रोग है जो कि बैक्टीरिया के द्वारा फैलता है। जब कोई टीबी से संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो यह बैक्टीरिया हवा के माध्यम से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में चला जाता है और बीमारी उत्पन्न कर देता है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, बुखार, थूक में खून आना और वजन में कमी हो तो उसे शीघ्र ही निकटतम के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच करवानी चाहिए और यदि व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो उसे दवाई शुरू कर दी जाती है। दवाई शुरू होने से व्यक्ति फिर आगे दूसरे व्यक्ति को संक्रमण नहीं फैला सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल