पोलैंड के पायलट को नही निकाल पाई रेस्क्यू टीम, अब ली जाएगी मांउटेनियरिंग से जुड़ी टीम की सेवाएं

 


धर्मशाला, 30 अक्टूबर (हि.स.)। विश्व विख्यात पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग से उड़ान भरने के बाद लापता हुए पोलैंड के पैरा पायलट को रेस्क्यू करने गई टीम उन्हें निकालने में कामयाब नही हो पाई है। कड़ी मशक्कत के बाद तीसरे दिन रेस्क्यू टीम के सदस्य उक्त जगह तक पंहुच तो गए लेकिन जिस स्थान पर विदेशी पायलट गिरा है वह बहुत संकरी व गहरी खाई वाली जगह है और वहां ग्लेश्यिर भी है। ऐसे में टीम के सदस्य पायलट को रेस्क्यू करने में कामयाब नही हो पाए।

एसपी कांगडा शालिनी अग्नीहोत्री ने बताया कि पिछले आठ दिनों से उक्त जगह गिरे विदेशी पायलट को निकालने के लिए अब मांउटेनियरिंग से जुड़ी टीम की सेवाएं लिए जाने का निर्णय लिया गया है।

गौरतलब है कि पायलट की पहचान 73 वषीय पोलैंड निवासी आंद्रेज कुलाविक के तौर पर हुई है। पायलट ने 23 अक्टूबर को धर्मशाला पहुंचने के इरादे से बिलिंग से उड़ान भरी थी, लेकिन देर शाम तक उसकी वापसी का कोई संकेत नहीं मिला और वह संपर्क से बाहर हो गए थे। वहीं लापता होने के तीन दिन बाद 26 अक्टूबर को हेलीकाॅप्टर से ढूंढने के बाद उनके बारे में उनके पैराग्लाइडर की सूचना मिली कि जिससे पता चला कि वह धर्मशाला और शाहपुर के साथ लगती धौलाधार की पहाड़ियों के बीच फंसे हुए हैं। उसके बाद एक रेस्क्यू टीम को रवाना किया गया। तीन दिन तक पैदल चलने के बाद टीम उक्त स्थल तक पंहुची लेकिन उन्हें रेस्क्यू करने में कामयाब नही हो पाई।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील