धर्मशाला की पहाड़ियों में फंसा पोलैंड का पैरा पायलट, चौपर से चल रहा रेस्क्यू
धर्मशाला, 24 अक्टूबर (हि.स.)। पैराग्लाइडिंग के लिए दुनिया भर में मशहूर कांगड़ा जिला की बीड़ बिलिंग घाटी में बीते दिन से लापता हुए पोलैंड के 70 वर्षीय पायलट का पता चल गया है। लापता हुआ यह पायलट धर्मशाला की उपरी पहाड़ियों में फंसा हुआ है जिसा रेस्क्यू चौपर से शुरू हो गया है। देहरादून से आया निजी कंपनी का चौपर विदेशी पायलट को ढूंढ रहा है। उधर लापता पायलट की पहचान पोलैंड निवासी आंद्रेज कुलाविक के तौर पर हुई है। पायलट ने सोमवार को धर्मशाला पहुंचने के इरादे से बिलिंग से उड़ान भरी थी, लेकिन देर शाम तक उसकी वापसी का कोई संकेत नहीं मिला और वह किसी के भी संपर्क से बाहर था लेकिन आज उसके बारे में रेस्क्यू टीम को सूचना मिली कि वह धर्मशाला की उपरी पहाड़ियों पर फंसा हुआ है। उसके बाद देहरादून से चैपर मंगवाया गया।
वहीं विदेशी पायलट आंद्रेज कुलाविक सोमवार को बिलिंग से धर्मशाला के लिए अपनी उड़ान पर निकले थे। उनकी बेटी एलिजा ने खुलासा किया है कि उनके पिता अंग्रेजी या किसी भी स्थानीय भाषा में पारंगत नहीं थे। बीड़ बिलिंग वर्तमान में पैराग्लाइडिंग के शौकीनों के लिए एक केंद्र है, जहां भारत और विदेश से सैकड़ों पायलट पैराग्लाइडिंग उड़ानों का आनंद लेने के लिए घाटी में जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि इन दिनों बीड़ बिलिंग घाटी में बड़ी संख्या में फ्री फलायर पैरा पायलट पंहुचे हुए हैं। बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री-वल्र्ड कप का भी 26 अक्टूबर से आयोजन होने वाला है। जिसमें 33 देशों के 188 पायलट हिस्सा लेंगे। इस दौरान 20 महिला पॉयलटों ने भी अपना पंजीकरण करवाया हैं। प्रतियोगिता के दौरान पायलटों की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के सहयोग से एक हेलीकॉप्टर होल्टा में उपलब्ध रहेगा जबकि किसी भी आपात स्थिति में बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन द्वारा ऑन कॉल भी एक हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाया जायेगा।
लखनउ के पायलट की हुई थी मौत
वहीं इससे पूर्व बीते 20 अक्टूबर को बीड़-बिलिंग घाटी से उड़ान भरने के बाद लापता हुए पायलट की मौत हो गई थी। रेस्क्यू टीम ने पायलट का शव अगले दिन 21 अक्टूबर को ढूंढ निकाला था। पायलट की पहचान अभुदय वर्मा (29) के रूप में हुई थी जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला था।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल