ग्रामीण विकास में पंचायत कर्मचारियों की भूमिका अहम : कमलेश ठाकुर

 


धर्मशाला, 29 जुलाई (हि.स.)। ग्रामीण विकास में पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका बेहद अहम है। सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाकर आम जनमानस को सशक्त करने का सबसे बड़ा माध्यम हमारी पंचायते हैं। इसलिए पंचायतों के कर्मचारी सेवा भाव से अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करें। विकास खंड देहरा कार्यालय में आज क्षेत्र के पंचायत कर्मचारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्थानीय विधायक कमलेश ठाकुर ने यह बात कही। विधायक ने पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों से विकास खंड देहरा में चल रहे विकास कार्यों का ब्यौरा लिया।

आपसी समन्वय से करें काम

कमलेश ठाकुर ने कहा कि पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक और ग्राम रोजगार सेवक ग्रामीण विकास के मुख्य सहयोगी होते हैं पंचायतों में बेहतर आपसी समन्वय के साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े कर्मचारी को निर्देश देते हुए कहा कि पंचायतों के कल्याण और विकास कार्यों के सुगम संचालन हेतु पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बेहतर तालमेल बनाते हुए कार्य करें। उन्होंने सभी कर्मचारियों को विकास के तय लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिये।

विधायक ने पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर निर्माण कार्यों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जाए तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने विकास खंड से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करना जरूरी है ताकि विकास कार्यों को पूर्ण करने में तेजी लाई जा सके।

कार्यों की होगी निरंतर मॉनीटरिंग

कमलेश ठाकुर ने कहा कि पंचायतों में चल रही परियोजनाएं और विकास कार्यों की वे स्वयं मॉनिटरिंग करेंगी। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि पंचायतों में चल रहे विकास कार्य तय समय में पूरे हों। कार्यों में गति लाने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सभी तत्परता के साथ कार्य करें।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया / सुनील शुक्ला