स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की खोज कर डाटाबेस तैयार करें विभाग: प्रो. बंसल
धर्मशाला, 20 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के सप्त सिंधु परिसर देहरा में समाज कार्य विभाग की ओर से आईसीएसएसआर नई दिल्ली से प्रायोजित ‘हिमाचल प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों और आजादी के दौरान देश प्रेम’ विषय पर सोमवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने किया। उनके साथ इस दौरान विशेष अतिथि के रूप में प्रो. पी.एल. गौतम, चांसलर कैरियर पॉइंट यूनिवर्सिटी हमीरपुर, पदमश्री करतार सिंह सोंखले तथा अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार रहे।
कुलपति प्रो. बसंल ने शोध की महत्ता और और इसके विभिन्न आयामों पर विस्तार से चर्चा की। शोध की गुणवत्ता बनाए रखने लिए प्रत्येक शोधार्थी को दो शोध पत्र आवश्यक रूप से स्कोपस जर्नल्स में प्रकाशित करने की सलाह दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने विभिन्न विभागों को समुदायों के बीच जाकर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कार्य करने वाले गुमनाम नायकों की खोज करने तथा उनका डाटाबेस तैयार करने की सलाह भी दी।
राष्ट्रीय संगोष्ठी की संयोजिका तथा समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शशी पूनम ने राष्ट्रीय संगोष्ठी के बारे में अवगत करवाया। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा कैरियर पॉइंट विश्वविद्यालय हमीरपुर के बीच में समझौता ज्ञापन भी पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसी के साथ-साथ समाज कार्य विभाग द्वारा अक्टूबर माह में करवाई गई हाफ मैराथन के प्रतिभागियों को इनाम भी बांटे गए।
इसके अलावा समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शशी पूनम तथा कैरियर पॉइंट यूनिवर्सिटी के डॉक्टर संजीव द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। अतिथि आचार्य पी.एल गौतम ने नेटवर्किंग के लिए ऐसे आयोजनों के महत्व और शोध के महत्व पर प्रकाश डाला।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे। समाज विज्ञान स्कूल के अधिष्ठाता तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी के समन्वयक प्रो. संजीत सिंह सहित अन्य शिक्षक व प्रतिभागी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील