सीयू के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उठाए ज्वलंत मुद्दे
धर्मशाला, 30 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के बिजनेस स्कूल के एमबीए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने सतत प्रथाओं पर केंद्रित एक नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उनकी सतत विकास प्रबंधन कक्षा गतिविधि के तहत एक सहयोगात्मक प्रयास था और इसे बिजनेस स्कूल के सस्टेनेबिलिटी क्लब और कल्चरल क्लब के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया।
इस पहल का समन्वयन डॉ. मनप्रीत अरोड़ा द्वारा किया गया। इस संबंध में डा. अरोड़ा ने बताया कि नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य सतत जीवन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और समुदाय को पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा। इसका प्राथमिक उद्देश्य दर्शकों को ग्रह पर पर्यावरण संबंधी ज्वलंत मुद्दों और मानवीय गतिविधियों के प्रभाव के बारे में जानकारी देना था। छात्रों ने व्यावहारिक तरीकों का प्रदर्शन किया, जिनसे व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में स्थिरता में योगदान दे सकते हैं। इस तरह के नुक्कड़ नाटक अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में सामूहिक कार्रवाई करने के लिए सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं।
पात्रों में दुकानदार, गृहिणी, छात्र और नगरपालिका कर्मचारी जैसी सामान्य सामाजिक भूमिकाएं शामिल रहीं, जिससे ये मुद्दे दर्शकों के लिए प्रासंगिक बन गए। प्रत्येक पात्र की यात्रा द्वारा अज्ञानता से जागरूकता और कार्रवाई की ओर परिवर्तन को दर्शाया गया। छात्रों के साथ सस्टेनेबिलिटी क्लब की संयोजक प्रो. सूर्य रश्मि रावत और कल्चरल क्लब के संयोजक प्रो. जगदीप सिंगला और सदस्य डॉ. अदिति शर्मा भी मौजूद थे। सीयू के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की।
अधिष्ठाता, प्रबंधन स्कूल प्रो. संजीव गुप्ता और विभागाध्यक्ष हिप्रकेवि बिजनेस स्कूल प्रो. दीपांकर शर्मा, प्रो. विशाल सूद. प्रो. रोशन लाल शर्मा, प्रो. प्रदीप नायर और जम्मू विवि के प्रो. विनय चौहान ने भी शो का हिस्सा बनकर छात्रों के प्रयासों का समर्थन किया।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील