चीन में भी बढ़ रही है बौद्ध धर्म को मानने वालों की संख्या : दलाई लामा

 


धर्मशाला, 18 सितंबर (हि.स.)।तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की लंबी उम्र के लिए बुधवार को मैक्लोडगंज स्थित मुख्य बौद्ध मठ चुगलाखंग में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिसमें धर्मगुरु खुद भी मौजूद रहे। तिब्बती वुमेन संगठन तथा डलहौजी और लहासा स्कूलों के पूर्व स्कूली छात्रों द्वारा इस प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान धर्मगुरु दलाई लामा की लंबी आयु और उनके स्वस्थ जीवन को लेकर चुगलाखंग बौद्ध मठ में प्रार्थना की गई।

इस मौके पर धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि चीन में भी बौद्ध धर्म को मानने वालों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि वह चीन के लोगों के हितों के लिए भी कार्य करेंगे जैसा कि तिब्बत के लोगों के लिए करता आया हूं। दलाई लामा ने कहा कि मेरा पूरा जीवन तिब्बत के हक और तिब्बतियों के हितों के लिए समर्पित है। तिब्बत में भले ही आज कठिन समय है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि उनकी इस कोशिश से एक दिन चीन में भी परिवर्तन देखने को मिलेगा।

दलाई लामा ने कहा तिब्बत के लोगों ने अच्छा काम किया है। कर्म और प्रार्थनाओं के माध्यम से आने वाला समय और बेहतर होगा। नालंदा परम्परा के मुताबिक तिब्बत के लोग धर्म के क्षेत्र में कार्य करते रहेंगे। उन्होंने उन सभी संस्थाओं का आभार जताया जिन्होंने उनकी लंबी आयु के लिए इस प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इस दौरान धर्मगुरु के दर्शनों और उनके आशिर वचनों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में तिब्बती समुदाय व स्कूली बच्चों सहित स्थानीय और विदेशी भी मौजूद रहे।

गौरतलब है कि धर्मगुरु दलाई लामा की लंबी आयु और उनके स्वस्थ जीवन के लिए समय-समय पर विभिन्न तिब्बती संगठनों सहित विदेश में उनके अनुयायियों द्वारा इस तरह की प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जाता है। हालांकि बीते दिनों धर्मगुरु दलाई लामा के घुटनों की सर्जरी अमेरिका में हुई है जिसके बाद वह स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं, बावजूद इसके धर्मगुरु इस प्रार्थना सभा में मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया