राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए देहरा पहुंची कमलेश : होशियार सिंह

 
















धर्मशाला, 29 जून (हि.स.)। राजनैतिक महत्कांक्षाओं क़ो पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी आजकल देहरा में जमीन तलाश कर रहे हैं। देहरा से भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने यह बात कही। उन्होंने शनिवार को अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी आज तक देहरा नहीं आयी पर ज़ब चुनाव लड़ने की बारी आयी तो देहरा की याद उनको आ गई। उन्होंने कहा कि देहरा की जनता आज कांग्रेस की प्रत्याशी से जानना चाहती है कि दिन के उजाले में हमने कभी इनको देहरा में देखा नहीं रात के अंधेरों में यहां से निकली हो तो बताएं कितनी बार देहरा की धरती पर उनके कदम पड़े हैं।

भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह ने कहा कि कमलेश लोगों की भावनाओं से खेलना बंद करें वैसे भी उनका मायका जसवां परागपुर के नलसुहा में है और मैं देहरा का बेटा हूं। देहरा की चिंता ऐसे व्यक्तियों क़ो करने की आवश्यकता नहीं जिन्हें प्रदेश भर में तालाबंदी और संस्थानों क़ो बंद करने वाली सरकार के रूप में जाना जाता हैं। उन्होंने कहा कि आज कमलेश कहती हैं मेरा जन्म और व्यवसाय हिमाचल से बाहर हैं तो उन्हें ये भी जानकारी दे दूं कि उनका जन्मस्थान भी साथ लगती विधानसभा जसवां परागपुर में हैं ना कि देहरा में है। जो महिला स्वार्थ सिद्धि के लिए अपना घर भुला पडोसी के घर क़ो अपना बता सकती हैं वह दोनों ही घरों का कितना भला करेंगी यह देहरा की काबिल जनता भली भांति जानती हैं। मेरा जन्म भले ही मुंबई में हुआ पर उसके बावजूद भी कभी मैंने अपनी धरती को नहीं भुलाया और अच्छी आय व व्यवसाय जमा कर अपने लोगों की सेवा को ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाया।

होशियार सिंह ने कहा कि खुद मियां फ़जीहत दूसरों क़ो नसीहत वाली बात हो गई। आज तक के राजनैतिक कैरियर में मुख्यमंत्री का अपना वोट अपने गृह क्षेत्र में नहीं था पिछले दो साल पहले उसे यहां शिफ्ट करवाया गया। आज हमारी प्रत्याशी भी खुद क़ो चुन (वोट )नहीं सकती तो देहरा की जनता उनको क्यों चुने यह एक दक्ष प्रश्न हैं। उन्होंने कहा कि आज कमलेश कहती हैं कि जहां मुख्यमंत्री 10 रुपए देंगे वहां मैं देहरा क़ो 11 दिलवाऊंगी उनसे पूछना चाहता हूं कि जयराम ठाकुर सरकार में प्रदेश क़ो सैंकड़ो सौगातें दी गई परन्तु ज़ब उनके पति ने उन सब पर ताला जड़ दिया तो देहरा की तो छोड़ो पर अपने असली घर (मायके) का पक्ष अपने पति के सामने नहीं रख पाई और तात्कालिक उद्योग मंत्री की मेहनत और कार्यों पर पानी फिर गया। जनता कुछ नहीं भूलती इसलिए जिस होटल में आपने चुनाव के लिए ठिकाना बनाया हैं वहां से अपना बोरिया बिस्तर समेटकर शिमला या नादौन जहां पर भी आपका घर हैं वहां जाकर राजनैतिक रोटियां सेकिये।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल