छोटा भंगाल घाटी को पर्यटन की दृष्टि से करेंगे विकसित : किशोरी लाल
सीपीएस ने किसानों को वितरित किये सेब के उन्नत किस्म के पौधे
धर्मशाला, 31 जनवरी (हि.स.)। कांगड़ा जिला की छोटा भंगाल घाटी में पर्यटन विकास के लिये आपार संभावनायें हैं। घाटी को पर्यटक स्थान के रूप में स्थापित करने के लिये यहां आधारभूत ढांचे के विकास के लिये विशेष प्रयास किये जायेंगे। यह बात मुख्य संसदीय सचिव, कृषि, पशुपालन, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास किशोरी लाल ने बुधवार को उद्यान विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि विकास योजना की जानकारी के लिये छोटा भंगाल की सात पंचायतों के लिये मुल्थान में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर के समापन अवसर पर दी।
सीपीएस ने कहा कि नकदी फसलों के उत्पादन से छोटा भंगाल के किसानों की आर्थिकी में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि घाटी की सातों पंचायतों में अनुकूल जलवायु के चलते फल, फूल और मौन पालन इत्यादि की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने किसानों से फल, फूल और मौन पालन के क्षेत्र में भी आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने बागवानी विभाग के अधिकारियों को किसानों को फल उत्पादन की ओर भी प्रेरित करने के आदेश दिये, ताकि घाटी के किसान अधिक सुदृढ़ हो सकें। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में बागवानी महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनायें किसानों के घरद्वार द्वार तक पहुंचे इसके लिये समय-समय पर इस तरह के जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक किसान जुड़े और लाभ कमायें। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग की कल्याणकारी योजनाओं में 40 से 85 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। सीपीएस ने इस अवसर पर किसानों को सेब के उन्नत किस्म के पौधे भी वितरित किये।
सीपीएस ने कहा कि बैजनाथ में 25 लाख की लागत से प्लांट हेल्थ क्लिनिक स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैजनाथ हलके में एक वर्ष में 75 लाख के लाभ उपलब्ध करवा कर 915 किसानों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया कि छोटा भंगाल के भी 115 किसानों को सहायता उपलब्ध करवाई गई है।
सीपीएस ने कहा कि अपने कार्यकाल में छोटा भंगाल घाटी की विकास की दृष्टि से तस्वीर बदलेंगे। उन्होंने कहा कि छोटा भंगाल के मुल्थान में उहल खड्ड को चैनेलाइज कर फ्लड प्रोटेक्शन वाल लगाने पर दो करोड़ 81 रुपये व्यय किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोहारड़ी स्कूल की प्रोटेक्शन वाल के लिए भी 10 लाख रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीड़ से बरोट को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए उन्होंने पिछले कार्यकाल में 25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे और इस कार्य को पूर्ण करने के लिए अतिरिक्त नौ करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि घाटी की सड़कों के निर्माण एवं रखरखाव के लिए भी एक करोड़ और पेयजल की बेहतर सुविधा के लिए भी एक करोड़ तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 10 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि घाटी के गांवों को सड़क सुविधा तथा पुलों से जोड़ना उनकी प्राथमिकताओं में है।
इससे पहले, उपनिदेशक उद्यान कमलशील नेगी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और बागवानी विभाग द्वारा छोटा भंगाल क्षेत्र में विभाग द्वारा किये कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र और समाज के हर वर्ग के सर्वांगीण विकास से स्वरोजगार के अवसर बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि बागवानी विकास के लिये जानकारी एक क्लिक पर ई-उद्यान पोर्टल पर उपलब्ध करवाई गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल