सुधीर शर्मा को बिना संर्घष किए कांग्रेस में मिले कई बड़े ओहदे : प्रेम कौशल
धर्मशाला, 02 मई (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि भाजपा का पूरे देश में फैशन चल रहा है जिसके चलते दूसरे दलों की सरकारों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी भाजपा ने कुछेक मौकापरस्त लोगों के साथ सरकार को तोड़ने का विफल प्रयास किया है। उन्होंने यह बात वीरवार को धर्मशाला में एक पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सरकारी एजैंसियों का इस्तेमाल कर डरा धमका कर दूसरे दलों के नेताओं को तोड़कर भाजपा में शामिल किया जा रहा है। हिमाचल की राजनीति में भी यह दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम हुआ। लोगों द्वारा चुनी गई सरकार को तोड़ने के चलते कांग्रेस से छह विधायकों ने भी अपना इमान बेचा और पार्टी की पीठ में छुरा घोंप कर जनता के साथ विश्वासघात किया लेकिन उसमें वह सफल नही हो पाए। देवभूमि होने के चलते यह संभव नही हो पाया। छह विधायकों में धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने भी ऐसा ही किया। उनके पिता ने पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को दिया। गांधी परिवार के नजदीक थे। उसी के चलते सुधीर शर्मा को बड़े ओहदे मिले। विधायक के साथ संगठन में बड़े ओहदों के साथ मंत्री भी रहे। यही नही जब बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र आरक्षित हुआ तो उन्हें धर्मशाला लाया गया। यहां से भी उन्हें चुनाव जिताया गया और पहली बार मंत्री भी बनाया।
उन्होंने कहा कि सुधीर को बिना संर्घष किए बड़े ओहदे मिले। पार्टी और संगठन के लिए उन्होंने कुछ नही किया। बावजूद इसके उन्हें कांग्रेस पार्टी ने मान सम्मान दिया। सुखविंद्र सिंह सुक्खू एक साधारण परिवार से मुख्यमंत्री बने वह कुछ लोगों को पंसद नही आया। प्रदेश की जनता ने भाजपा की सरकार तोड़ने की मंशा को प्रदेश की जनता ने नकार दिया है। हिमाचल सरकार ने बदतर आर्थिक हालात के बावजूद कोई भी विरोधी फैसला नही लिया। ओपीएस बहाल की। सभी गांरटियों को पूरा किया जा रहा है। कांगे्रस के खिलाफ कोई भी मुद्दा भाजपा के पास नही है। नेता प्रतिपक्ष लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भाजपा ने करना था वह उन्होंने कर दिया, अब प्रदेश की जनता आपको आईना दिखाएगी। नेता प्रतिपक्ष भी नही रहेंगे।
कांगड़ा-चम्बा में आनंद शर्मा को टिकट देकर हाईकमान ने बेहतर फैसला किया है। आनंद शर्मा पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं। कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ रही है और आने वाले चुनावी परिणाम कांगे्रस के पक्ष में होंगे। चाहे फिर वह लोकसभा के चुनाव हों या फिर उपचुनाव की बात हो।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र
/सुनील