सियासी टिप्पणियों से ऊब चुका हूं, अब कर्म ही अहम : पीयूष मिश्रा
धर्मशाला, 26 अप्रैल (हि.स.)। बाॅलीवुड अभिनेता, कवि और गायक पीयूष मिश्रा ने कहा कि हिमाचल के धर्मशाला में आकर बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक टिप्पणियों से ऊब चुके हैं इसलिए मुझे लगता है कि अब सिर्फ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब कर्म करना ही मेरे लिए महत्वपूर्ण है। पीयूष मिश्रा ने कहा कि धर्मशाला सुंदर है और यहां के लोग गर्मजोशी से मिल रहे हैं। पीयूष मिश्रा ने यह बात शुक्रवार को धर्मशाला के रक्कड़ स्थित जागोरी संस्था कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि वह इन दिनों कुछ फिल्में व वेब सीरीज कर रहे हैं। पीयूष मिश्रा ने कहा कि ज्यादा इच्छाओं के पीछे नहीं भागना चाहिए। हिमाचल में फिल्म इंडस्ट्री के सवाल पर पीयूष ने कहा कि मुंबई एक इडंस्ट्री है, वहां ही सही तरीके से चल रही है। उन्होंने कहा कि वह प्रोफेशनल सिंगर नहीं हैं, लेकिन फिर भी गा देते हैं। पीयूष ने कहा कि ‘आरंभ है प्रचंड’ गीत को स्थिति के अनुसार लिखा था, उस समय फिल्में नहीं चल रही थी। आज के दौर में तो यह गीत हर चुनाव में जोर शोर से बज रहा है।
फिल्में करते हुए उठाया अभिनय का आनंद: राज जुत्शी
वहीं फेस्टीवल में हिस्सा लेने पहुंचे अभिनेता राज जुत्शी ने कहा कि कलाकारी हम अपने लिए करते हैं। हीरो एक जगह बंधे रहते हैं, जबकि विलेन जो है वो हर तरह से ओपन होते हैं। उन्होंने कहा कि विलेन हम लोगों के अंदर ही होता है, जिसमें नेगेटिव करने में ज्यादा मजा आता है। उन्होंने कहा कि अब सीधी की बजाय टेढ़ा अभिनय करना है। अब तक 138 के करीब फिल्मों में काम कर चुके राज जुत्शी ने कहा कि फिल्में करते हुए अभिनय का आनंद उठाया है। बॉलीवुड में दिमाग भी है और उपकरण भी है, लेकिन कुछ अन्य विषयों में पिछड़ रहे हैं।
स्वरा आर्ट फेस्टिवल के फाइनल में शिरकत करने धर्मशाला पंहुचे हैं दोनों अभिनेता
जागोरी संस्था द्वारा स्वरा आर्ट फेस्टिवल के फाइनल में शिरकत करने के लिए अभिनेता पीयूष मिश्रा और राज जोशी इन दिनों धर्मशाला में हैं। फेस्टीवल के तीसरे एडिशन का फाइनल शनिवार को मैक्लोड़गंज के तिब्बती इंस्टीच्यूट आॅफ परफाॅरमिंग आर्टस (टिपा) में आयोजित किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र
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