झूम झूमकर बरसे बादल, बर्फबारी ने कर दिया निहाल
मंडी, 04 फ़रवरी (हि.स.)। मंडी जिले में रविवार को बादल झूम झूमकर बरसे। पूरा दिन बारिश का दौर चलता रहा। बीच बीच में मूसलाधार बारिश भी हुई। ऐसा लगा कि इंद्र देवता सारी कसर निकाल देना चाहते हैं और ऐसा हुआ भी। पानी को तरस रहे नदी नाले फिर से जिंदा हो उठे। एक तरफ झमाझम बारिश का दौर तो ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी ने सबको निहाल कर दिया।
काफी नीचे तक बर्फ आ जाने से खेत बागीचों में सफेद चादर बिछ गई। मंडी जिले में पराशर, कमरूनाग, शिकारी, बरोट, स्नोर, कमरूघाटी, करसोगघाटी में कई कई फीट तक बर्फ की मोटी तह जम गई है जो अब आने वाले दिनों में पानी के तौर पर नदी नालों में देखने को मिलेगी। इसे खुशहाली का प्रतीक माना जा रहा है।
आमतौर पर फरवरी महीने में इतनी बर्फ जमती नहीं है मगर लगातार छह दिनों में शुक्रवार को छोड़ कर बाकी पांच दिन जो बारिश बर्फबारी का दौर रहा उससे यह बर्फ पूरी तरह से जम गई है। रविवार का दिन होने के चलते झमाझम बारिश के बीच केवल वही लोग घरों से बाहर निकले जिन्हें बहुत जरूरी कहीं जाना था। इन दिनों हिमाचल प्रदेश में शादियों का सीजन चल रहा है। शादियों के चलते बारिश बर्फबारी के दौर ने भले ही शादी वालों को परेशानी के दौर में डाला मगर लंबे सूखे के बाद आई बारिश बर्फबारी का सबने खुले दिन से स्वागत किया। बारिश बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पूरे जिले में पड़ रही है।
बसंत ऋतु का आगमन होने वाला है, 15 फरवरी को बसंत पंचमी है मगर इस बार देर से आई ठंड का असर बसंत पर भी देखने को मिलेगा। बारिश बर्फबारी से जिले की पांच दर्जन से अधिक सड़कें बंद हैं, आवागमन ठप है, मौसम साफ होने के बाद ही इनको बहाल करने का काम शुरू होगा। प्रशासन सतर्क है, विभाग अलर्ट पर है भले ही दुश्वारियां भी कम नहीं हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील