हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का आंकड़ा जल्द हो जाएगा एक लाख हजार करोड़ के पार: जयराम ठाकुर

 


शिमला, 9 सितंबर (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का आंकड़ा इस दिसंबर माह तक एक लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। इस कीर्तिमान को बनाने का पूरा श्रेय राज्य की कांग्रेस सरकार को जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सोमवार को विधानसभा में प्रदेश के वित्तीय स्थिति पर हुई चर्चा में बोल रहे थे। ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश पर 90 हजार करोड़ का लोन है। उन्होंने कि जब भाजपा ने 2022 में सता छोड़ी थी, उस समय राज्य पर वित्तीय वर्ष की कर्ज की सीमा छह हजार करोड़ बची थी, जो कि कांग्रेस सरकार ने अगले तीन महीनों में ही ले लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सूक्खू प्रदेश की वित्तीय स्थिति के लिए हमेशा मुझे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काेसते रहते हैं। जयराम ने कहा कि मैंने भी वर्ष 2018 में शिमला में जलसंकट का सामना किया और उसे दूर दिया, अब यह जलसंकट नहीं है।

उन्होंने कि अगले साल केन्द्र से मिलने वाली रेवन्यू डेफिसिट ग्रांट में और कमी आएगी। जोकि 6200 करोड़ के मुकाबले तीन हजार करोड़ के लगभग रह जाएगी। लेकिन यह भी सच है कि इस मद में अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल को अधिक पैसा मिलता है। ठाकुर ने कहा कि केन्द्र को काेसने बजाए राज्य सरकार यह भी देखे केन्द्र सरकार ने हिमाचल को विकास के लिए 15 सौ करोड़ रुपये पचास सालों के लिए बिना ब्याज पर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अब अपनी दी हुई गांरटियों से दूर होती जा रही है। कर्मचारियों का केन्द्र के पास नौ हजार करोड़ रुपया है। इसे राज्य सरकार मांग रही है जबकि हकीकत यह है कि यह पैसा राज्य सरकार को मिल नही सकता है। आज सरकार की स्थिति यह हो चुकी है कि सरकार कर्मचारी को महंगाई भत्ता तक नहीं दे पा रही है।

नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता ठाकुर ने कहा कि इस गंभीर विषय पर विधानसभा में चर्चा कराने में देरी हुई है। हर समय मुख्यमंत्री जयराम और मोदी को कोसते रहते हैं। जब वर्ष 2017 में हमारी सरकार बनी तो क्या राज्य पर लोन नहीं था। 48 हजार करोड़ का लोन पूर्व की कांग्रेस सरकार छोड़ कर गई थी। वर्ष 1993 से 1998 के बीच जो सरकार थी़ उसके कारण यह हालत आज बने हैं। जयराम ने कहा कि विकास के काम के लिए पैसा बचा कहां है। अगर हम विकास की बात करें तो 2018 के बजट में 39 फीसदी पैसा विकास के लिए था। 2019-20 में भी इतना ही था। 2024-25 में विकास का बजट मात्र 28 फीसदी रह गया है। अब विकास का कार्य कैसे होगा। जयराम ने कहा कि 40 हजार लोन हमने लिया है और 38 हजार करोड़ लोन वापस भी किया है। आपकी सरकार को लोन की किस्तों को देने में भी समस्या हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह बताएं तो 85 हजार करोड़ का लोन कैसे हुआ।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला