आईआईटी मंडी, एनएसडीसी और मसाई स्कूल शुरू करेंगे संयुक्त एआई और एमएल कार्यक्रम

 

मंडी, 22 अप्रैल (हि.स.)। आईआईटी मंडी, एनएसडीसी और मसाई स्कूल की ओर से एक अभूतपूर्व सहयोग की घोषणा की गई है। जिसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में संयुक्त रूप से प्रमाणित क्रेडिट-लिंक्ड माइक्रो,स्पेशलाइजेशन शुरू करना है। यह रणनीतिक सहयोग प्रौद्योगिकी उद्योग में आगे बढऩे के इच्छुक महत्वाकांक्षी पेशेवरों के लिए एक अभिनव शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए तीन प्रतिष्ठित संस्थानों के ज्ञान और दक्षता को एकजुट करता है। पाठ्यक्रम में मॉड्यूल की एक श्रृंखला शामिल है, जिसमें डेटा साइंस के लिए गणितए डेटा इंजीनियरिंग के लिए प्रोग्रामिंग, मशीन लर्निंग के बुनियादी सिद्धांत, डीप लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क और एआई और एमएल में विशेष विषय शामिल हैं। कार्यक्रम कैपस्टोन प्रोजेक्ट्स के साथ समाप्त होता है, जो अर्जित कौशल और ज्ञान को व्यावहारिक तरीके से लागू करने का अवसर प्रदान करता है।

इस एआई-एमएल पाठ्यक्रम को सबसे व्यापक में से एक माना जाता है, जो बीजगणित, कैलकुलस, संभाव्यता और पायथन बुनियादी सिद्धांतों में मूलभूत पाठ्यक्रमों को कवर करता है, जो अनिवार्य रूप से ,एआई-एमएल में एक छोटी डिग्री के समकक्ष प्रदान करता है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि यह सहयोग औपचारिक साझेदारी की स्थापना के माध्यम से ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को विविध प्रकार के सीखने के अनुभव और व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करना है। यह कार्यक्रम छात्रों को आईआईटी से एनसीवीईटी-अनुमोदित क्रेडिट प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, जो उनके बायोडाटा में एक प्रतिष्ठित आईआईटी समर्थन जोड़ता है और उनके करियर की संभावनाओं को बढ़ाता है।

इधर, एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेदमणि तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि उनका दृष्टिकोण लगातार समृद्ध अर्थव्यवस्था के लिए व्यक्तियों को आवश्यक कौशल प्रदान करने के कार्य को संबोधित करने पर केंद्रित रहा है। इस गठबंधन का उद्देश्य प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साही लोगों को विशाल मात्रा में ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करके उनकी सहायता करना है जो प्रौद्योगिकी के युग में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

आईआईटी मंडी के सतत शिक्षा केंद्र के प्रमुख डॉ. तुषार जैन ने कहा कि यह नया कार्यक्रम आईआईटी मंडी और सीसीई के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहली बार है कि सीसीई, आईआईटी मंडी ने इस तरह के एक व्यापक ऑनलाइन पाठ्यक्रम की पेशकश की है। मसाई स्कूल के सह.संस्थापक और सीईओ प्रतीक शुक्ला ने कौशल आधारित शिक्षा वितरण में क्रांति लाने और भारत में उच्च रोजगार योग्य प्रतिभा पूल बनाने का अपना लक्ष्य व्यक्त किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग क्रेडिट.लिंक्ड माइक्रो.स्पेशलाइजेशन को विशेष रूप से भारत के तकनीकी उद्योग में उच्च मांग और आकर्षक नौकरी के अवसरों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।

कार्यक्रम की उल्लेखनीय विशेषताओं में आईआईटी मंडी और मसाई द्वारा सहयोगात्मक रूप से विकसित पाठ्यक्रम साथ ही आईआईटी मंडी परिसर में आयोजित कार्यक्रमोंए त्योहारों और स्नातक समारोह में भाग लेने का अवसर शामिल है।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील