हिमाचल लोकसभा चुनाव 2024: 37 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर, भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला

 


शिमला, 31 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की सभी चार लोकसभा सीटों पर शनिवार को आखिरी चरण में होने वाले मतदान में 37 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। सबसे अधिक 12 उम्मीदवार हमीरपुर और सबसे कम पांच उम्मीदवार शिमला सीट से हैं। कांगड़ा और मंडी लोकसभा सीटों से 10-10 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला तय है। आम आदमी पार्टी और माकपा ने इंडी गठबंधन को समर्थन देने के कारण कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है।

इस बार मंडी सीट सबसे अधिक चर्चा में हैं। भाजपा ने यहां से फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को चुनावी दंगल में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मुकाबले को रोचक बना दिया है। दोनों प्रत्याशियों के बयानों से यह सीट सुर्खियों में बनी हुई है।

इस संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी पहली बार किस्मत आजमा रहे हैं। यूं तो कंगना रनौत मंडी संसदीय क्षेत्र में नया नाम है, लेकिन यहां भाजपा चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के नाम व सीएम रहे जयराम ठाकुर के चेहरे पर लड़ रही है। यह जयराम ठाकुर का गृह क्षेत्र है और कंगना रनौत को जिताने का सारा दारोमदार मुख्यमंत्री पर है।

मंडी से विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह वर्तमान सांसद है। उन्होंने 2021 के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के बिग्रेडियर खुशहाल को हराकर सबको चौंका दिया था। हालांकि 2014 और 2019 के आम चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में गई थी। तब भाजपा मोदी लहर पर सवार थी। भाजपा ने इस बार भी मंडी में नरेंद्र मोदी की एक चुनावी रैली को आयोजित कर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।

भाजपा की गढ़ रही हमीरपुर लोकसभा सीट पर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। यहां से चार बार जीत दर्ज कर चुके भाजपा के अनुराग ठाकुर का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा से है। सतपाल रायजादा के सामने जीत की सबसे बड़ी चुनौती है। दोनों दलों ने आने स्टार प्रचारकों को यहां प्रचार में उतारा। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, तो भाजपा की ओर से अमित शाह और जेपी नड्डा ने यहां चुनावी रैलियों को सम्बोधित किया।

शिमला संसदीय क्षेत्र में भाजपा ने सुरेश कश्यप पर फिर दांव खेला है। उनका मुकाबला कांग्रेस के युवा विधायक विनोद सुल्तानपुरी से है। इस सीट पर भाजपा को पीएम मोदी के नाम का सहारा है, तो कांग्रेस अपनी सरकार के दम पर यह सीट जीतने की कोशिश कर रही है। इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के पांच मंत्री हैं। दोनों दलों के स्टार प्रचारकों नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में सिरमौर के नाहन में रैलियाँ कर चुनावी मुकाबले को रोचक बना दिया है।

कांगड़ा लोकसभा सीट पर भी मुख्य मुकाबला भाजपा के राजीव भारद्वाज और कांग्रेस के आनंद शर्मा से है। दोनों पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राजीव भारद्वाज भाजपा संगठन में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। वहीं आनंद शर्मा कांग्रेस में बड़ा नाम है और पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। दोनों प्रत्याशियों के ब्राह्रमण समुदाय से होेने से यहां रोचक मुकाबला बन गया है।

विधानसभा उपचुनाव में 25 प्रत्याशियों के बीच टक्कर

राज्य की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में भी शनिवार को ही मतदान होगा। इस सीटों पर 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। लाहौल-स्पीति और धर्मशाला को छोड़कर शेष चार विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। लाहौल-स्पीति और धर्मशाला में निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनावी जंग को त्रिकोणीय बना दिया है। लाहौल-स्पीति से पूर्व मंत्री रामलाल मारकंडा और धर्मशाला से राकेश चौधरी ने भाजपा व कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बड़सर, सुजानपुर, कुटलैहड़ और गगरेट में भाजपा व कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील