हरिपुरधार की शीतल ने पास की एचएएस परीक्षा, जिला नियंत्रक पद पर हुआ चयन

 


नाहन, 31 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित प्रशासनिक सेवा परीक्षा के परिणामों में सिरमौर जिले के राजगढ़ की मेघा ने जहां टॉप किया वहीं सिरमौर जिले के हरिपुरधार क्षेत्र की शीतल ने अपनी मेहनत के दम पर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। शीतल का चयन जिला नियंत्रक के प्रतिष्ठित पद पर हुआ है। उनकी यह सफलता उन सभी युवाओं के लिए मिसाल है जो अभावों के बीच बड़े सपने देखते हैं।

शीतल सिरमौर जिले के हरिपुरधार क्षेत्र की कांदो-बाड़ोल पंचायत से संबंध रखती हैं। उनके पिता ओम प्रकाश शर्मा पेशे से एक जेबीटी शिक्षक हैं और माता कमलेश देवी एक कुशल गृहिणी हैं। शीतल की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है।

शीतल की सफलता की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्होंने इस उच्च स्तरीय परीक्षा के लिए किसी भी बड़े शहर के कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया। बिना किसी कोचिंग के घर पर ही खुद की रणनीति और सेल्फ-स्टडी के माध्यम से उन्होंने प्रशासनिक सेवा में अपना स्थान सुनिश्चित किया।

शीतल ने बतायाकि यह उनका चौथा प्रयास उन्हें सफलता मिली है और इसका श्रेय वो अपने माता पिता को देती हैं जिन्होंने हमेशा उन्हें स्पोर्ट किया किया।

शीतल की शैक्षणिक यात्रा उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो सरकारी शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हैं। उनकी शिक्षा की नींव राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोरग में पड़ी, जहाँ से उन्होंने अपनी मिडिल स्कूल तक की प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। इसके बाद, उन्होंने नाहन से 10वीं और 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपनी माध्यमिक शिक्षा को सफलतापूर्वक पूरा किया।

अपनी उच्च शिक्षा की ओर बढ़ते हुए, शीतल ने राजकीय महाविद्यालय नाहन में प्रवेश लिया और कला संकाय में स्नातक की डिग्री हासिल की। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई का सिलसिला जारी रखा और समाजशास्त्र मास्‍टर डिग्री प्राप्त की।

शीतल की सफलता की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्होंने इस उच्च स्तरीय परीक्षा के लिए किसी भी बड़े शहर के कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया। बिना किसी कोचिंग के, घर पर ही खुद की रणनीति और सेल्फ-स्टडी के माध्यम से उन्होंने प्रशासनिक सेवा में अपना स्थान सुनिश्चित किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर