चीन सीमा पर पांच पुलों का बनना सेना सहित स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण : राज्यपाल शुक्ल

 




शिमला, 12 अक्टूबर (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा प्रदेश में निर्मित पांच महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शनिवार को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देशभर में बुनियादी ढांचा विकास के लिए निर्मित 75 परियोजनाओं में प्रदेश के लिए पांच महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण शामिल है।

राज्यपाल राजभवन से आभासी (वर्चुअल) माध्यम से इस उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से भारत-चीन सीमा पर सम्पर्क और सामरिक महत्व की सड़कों, पुल व अन्य तैयारियों को बल मिलेगा। यह परियोजनाएं न केवल सेना और उपकरणों की आवाजाही को सुदृढ़ करने बल्कि स्थानीय लोगों के सामाजिक व आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

शुक्ल ने सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों और खराब मौसम की स्थिति में भी समयबद्ध तरीके से परियोजनाओं को पूरा करने के लिए बीआरओ कर्मियों के साहस और दृढ़-संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में एनएच-3 (मनाली-सरचू सड़क), एनएच-5 (पोवारी-पूह-खाब-नामगिया-चुप्पन-शिपकिला सड़क) और एनएच-505 ( खाब-समदो-काजा-ग्रांफू सड़क) पर मुन्नी (40 मीटर), भागा (30 मीटर), डोगरी (65 मीटर), हबसर (50 मीटर) और शलखर-11 (45 मीटर) सहित पांच पुलों का निर्माण शामिल है।

उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं का उद्घाटन हाइब्रिड मोड पर किया गया है जो राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों के लिए जीवन-रेखा का कार्य करेंगी।

राज्यपाल ने कहा कि बीआरओ ने राज्य में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य रिकॉर्ड समय में पूरा किया है और इनमें से कई परियोजनाओं का निर्माण एक ही कार्य सत्र में अत्याधुनिक तकनीक से किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा