राज्यपाल ने युवा मतदाताओं से की पूर्ण जम्मेदारी से मतदान करने की अपील
शिमला, 25 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल युवा मतदाताओं से अपील की है कि वे मताधिकार का उपयोग जानकारी, जिम्मेदारी, नैतिकता और संवेदनशीलता से करें। क्योंकि विवेक पर आधारित मतदान कर वे नये भारत का भविष्य भी निर्धारित करेंगे। उन्होंने आग्रह किया कि नये मतदाता मतदान के महत्व से अपने साथियों को भी जागरूक बनाएंगे।
राज्यपाल वीरवार को यहां शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर राज्य निर्वाचन द्वारा आयोग 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय मतदाता दिवस बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की यह परंपरा लोकतन्त्र के लिए प्रासंगिक और सार्थक है। उन्होंने युवा मतदाताओं को ‘इलेक्शन फोटो आइडेंटिटी कार्ड्स’ प्राप्त करने पर बधाई दी तथा कहा कि उनके लिए विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र में, मतदाता के रूप में योगदान देने का अवसर मिलना गौरव की बात है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर मतदाताओं में जागरूकता पैदा करने तथा मतदान प्रक्रिया को जमीनी स्तर पर सुचारु रूप से सम्पन्न करने में नागरिक सेवा, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और उनकी टीम, गैर-सरकारी संस्थान व अन्यों के महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष के लिए राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम है- ‘‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’’। इसका मूल उद्देश्य 18 वर्ष पूर्ण व इससे अधिक की आयु के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज़ करवाने के साथ निर्वाचनों में सभी मतदाताओं की भागीदारी को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस सोच से किए जाने वाले प्रयासों से ही जागरूकता आएगी और जब सभी अपने मतदान का उपयोग करेंगे तो निश्चित तौर पर लोकतंत्र और मजबूत होगा।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने नये मतदाताओं को ‘इलेक्शन फोटो आइडेंटिटी कार्ड्स’ भी वितरित किए। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी का पुरस्कार भी प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने मतदाता शपथ भी दिलाई।
इससे पूर्व, राज्पाल ने नये मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पोस्टर, सांग व वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया जो 1 मार्च, 2024 तक जारी रहेगा। उन्होंने ‘‘पोल डे मानीटरिंग सिस्टम 2.0’’ का भी शुभारम्भ किया। इस अवसर पर भारत के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री राजीव कुमार का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया।
इस अवसर पर, हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग तथा निर्वाचन विभाग के बीच समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। इस के तहत हर शिक्षण संस्थान में निर्वाचन साक्षरता को सुनिश्चित बनाया जाएगा ताकि 18 साल की आयु पूर्ण होने पर मतदाता वोट के महत्व को समझ सके और इनरोलमेंट शत प्रतिशत सुनिश्चित हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील/उज्जवल