'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के तीन वाहनों को राज्यपाल ने किया रवाना
शिमला, 30 नवंबर (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने गुरुवार को राजभवन से शिमला ग्रामीण, ठियोग और नारकंडा के लिए ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तीन वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर भी उपस्थित थे।
गुरुवार को राजभवन में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश में कार्यान्वित की जा रहीं केन्द्र सरकार की 17 विभिन्न जन कल्याण की योजनाओं के लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया।
इस मौके पर राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि यात्रा के पहले चरण में जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति और किन्नौर तथा चम्बा जिले के पांगी को लाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में नागरिकों को सूचित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए शुरू की गयी। इस यात्रा का उद्देश्य जागरुकता लाना और कल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचाना है। विकसित भारत संकल्प यात्रा का प्रयास देश की लगभग हर ग्राम पंचायत को कवर करना है। इसके तहत हिमाचल प्रदेश में 3 हजार 799 स्थानों को लक्षित किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि सरकारी योजनाओं के संदेश देने वाले विशेष रूप से डिजाइन वैन गांव-गांव जाकर लोगों में जागरुकता का काम करेंगे। फोकस क्षेत्रों में स्वच्छता, वित्तीय सेवाएं, बिजली, एलपीजी कनेक्शन, आवास, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छ पानी आदि शामिल हैं। इसके तहत, लाभार्थियों के साथ बातचीत, उपलब्धियों का जश्न, ऑन-द-स्पॉट क्विज़ प्रतियोगिताएं, ड्रोन प्रदर्शन, स्वास्थ्य शिविर और मेरा युवा भारत स्वयंसेवक नामांकन सहित जन भागीदारी जैसी गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का लक्ष्य 25 जनवरी, 2024 तक 2.55 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों और 3,600 शहरी स्थानीय निकायों को कवर करना है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदेश में भी विकसित भारत संकल्प यात्रा में भारत सरकार की 17 जन कल्याण की योजनाओं को शामिल किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश में राज्य सरकार की दो प्रमुख योजनाओं को भी शामिल किया गया है, जिनमें मुख्यमंत्री हिमकेयर स्वास्थ्य योजना और मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शामिल है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस यात्रा का लाभ सभी 3615 ग्राम पंचायतों तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इसके कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर जो नोडर अधिकारी नामित हुए हैं और ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव नोडर अधिकारी बनाए गए हैं वे पूर्ण समर्पण और तत्परता से यात्रा के उद्देश्य की पूर्ति के लिए कार्य करेंगे।
इससे पूर्व, विकसित भारत संकल्प यात्रा के उद्देश्य और विभिन्न पहलुओं के बारे में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया गया। प्रदेश में 90 वाहनों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में 20 दिनों तक इस अभियान में जागरुकता बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल
/सुनील