सीएम सुक्खू की पत्नी समेत तीन नवनिर्वाचित विधायकों ने ली शपथ

 


शिमला, 22 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के तीन नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सोमवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पुस्तकालय परिसर में शपथ समारोह का आयोजन किया गया। शपथ लेने वाले विधायकों में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर, आशीष शर्मा और हरदीप बाबा शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी की कमलेश ठाकुर और हरदीप बाबा पहली बार विधायक बने हैं, जबकि भाजपा के आशीष शर्मा पांच साल के कार्यकाल में दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।

शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, मंत्रियों व विधायकों सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित हुए।

मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से चुनाव जीती हैं। इसी तरह नालागढ़ सीट से हरदीप बाबा और हमीरपुर विधानसभा सीट से आशीष शर्मा चुनाव जीतने के बाद विधायक बने। इसी के साथ हिमाचल विधानसभा में अब सदस्यों की अधिकतम संख्या 68 पूरी हो गई है। इसमें कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 और भाजपा विधायकों की संख्या 28 है। सदन में अब कोई भी निर्दलीय विधायक नहीं है।

प्रदेश में 27 फरवरी को घटे राजनीतक घटनाक्रम से पहले भी कांग्रेस विधायकों की संख्या 40, जबकि भाजपा विधायकों की संख्या 25 थी। 2022 में हुए विस चुनाव में तीन निर्दलीय विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन तीनों निर्दलीय विधायकों ने इसी साल 22 मार्च को सुक्खू सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए अपने पदों से दे दिया था और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। विधानसभा अध्यक्ष ने 3 जून को तीनों निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए थे। इसके बाद खाली हुए तीन विधानसभा क्षेत्रों देहरा, नालागढ़ व हमीरपुर में 10 जुलाई को मतदान हुआ, जिसमें देहरा से कांग्रेस के टिकट पर कमलेश ठाकुर 9 हज़ार से अधिक और नालागढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप सिंह बावा ने 8 हज़ार से अधिक मतों से चुनाव जीता। वहीं, हमीरपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा करीब 1500 मतों से चुनाव जीतकर दूसरी बार विधायक चुने गए।

विधानसभा में पहली बार पति-पत्नी की जोड़ी

सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के शपथ लेने के बाद हिमाचल विधानसभा के सदन में इतिहास बन गया है। विधानसभा में पहली बार पति और पत्नी की जोड़ी एक साथ नजर आई। ये जोड़ी अब मानसून सत्र में विधानसभा के एक साथ नजर आएगी। इससे पहले सदन में पिता-पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह की जोड़ी नजर आ चुकी है। जो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद सदन में एक साथ दिखे थे।

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / सुनीत निगम