सुक्खू सरकार ने एचआरटीसी कर्मचारियों को भी दिया दिवाली का तोहफा

 


शिमला, 12 अक्टूबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चालकों व परिचालकों को दिवाली का गिफ्ट दिया है। एचआरटीसी के 50वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एचआरटीसी के कर्मचारियों को लंबित डीए, ओवर टाइम, मेडीकल बिल भुगतान सहित दिपावली के कई तोहफ़े दिए।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की तर्ज़ पर एचआरटीसी कर्मियो को चार फ़ीसदी डीए देने की घोषणा के साथ इस माह 28 अक्तूबर को वेतन और पैंशन देने का भी ऐलान किया। इसके आलावा नौ करोड़ के लंबित मेडिकल बिलों का भुगतान एचआरटीसी कर्मियों का दो माह में कर दिया जाएगा। जबकि 55 माह से अटके पड़े 97 करोड़ के भत्ते, ओवर टाइम के रूप में 50 करोड़ देने की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की है। 31 मार्च तक सभी लम्बित भुगतान कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने शनिवार को एचआरटीसी के स्वर्ण जयंती समारोह जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि 40 वर्ष पूर्व मेरे पिताजी ने एचआरटीसी मे चालक के रूप में करते थे इसलिए वह एचआरटीसी कर्मियों के दर्द को समझते हैं। उस वक्त निगम के बेड़े में 800 बसे थीं, जो अब 3200 से ज्यादा हैं। प्रदेश सरकार एचआरटीसी को 700 करोड़ से अधिक की ग्रांट सरकार हर वर्ष देती हैं। लेकिन अब एचआरटीसी को भी कार्यप्रणाली में बदलाव लाना पड़ेगा ताकि निगम को घाटे से उभारा जा सके। इसके लिए ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट को अगले महीने में शुरू करेगे।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री का जिम्मा सम्भाल रहे मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि एचआरटीसी 50 वर्षों से अपनी वचनबद्धता के साथ लोगों को गांव गांव तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। एचआरटीसी में रोजाना छह लाख लोग सफर करते हैं। घाटे की हालात के बावजूद वर्तमान सरकार ने एचआरटीसी के कर्मचारियों को वेतन व पेंशन देने में एक दिन भी कोताही नहीं बरती। एचआरटीसी कर्मचारियों केवेतन पर 45 करोड़, पेंशन पर 25 करोड़ और डीजल पर 45 करोड़ खर्च कर रही है।

बात दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 50 साल का सफ़र पूरा कर लिया है। 1974 से अपना सफर शुरू करने वाली एचआरटीसी 2 अक्तूबर को 50 वर्ष का सफर पूरा कर चुकी है। हिमाचल में परिवहन का जिम्मा मुख्य तौर पर एचआरटीसी के पास है। अंतरराज्यीय रूटों से लेकर स्थानीय, ग्रामीण व दूरदराज के रूटों पर एचआरटीसी की बसें अपनी सेवाएं दे रही है। एचआरटीसी के बेड़े में 3200 बसें हैं। इनमें करीब 200 लग्जरी बसें हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा