पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार और मनमानी के लगाए आराेप

 


हमीरपुर, 29 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए उसकी कार्यप्रणाली को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी विभागों में भारी मनमानी और भ्रष्टाचार हो रहा है, जिस पर सरकार चुप्पी साधे हुए है।

हमीरपुर में मंगलवार काे पत्रकारों से बातचीत के दौरान राणा ने लोक निर्माण विभाग हमीरपुर में नियमों के उल्लंघन का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां चीफ इंजीनियर के पद पर ऐसे व्यक्ति को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है जो वरिष्ठता सूची में पांचवें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने भी इस नियुक्ति को गलत ठहराया और रद्द करने के आदेश दिए, लेकिन सरकार न्यायालय के आदेश की भी अनदेखी कर रही है।

राजेंद्र राणा ने सरकार पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने हाल ही में 200 करोड़ रुपये का भुगतान कर जनता पर एहसान जताने की कोशिश की, जबकि अभी हजारों करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। उन्होंने इसे क्रॉनिक बीमारी से ग्रस्त सरकार करार दिया, जो हर वर्ग को परेशान कर रही है।

उन्होंने पेखूबाल सोलर पावर प्लांट का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में सरकार की चुप्पी उसकी मौन सहमति को दर्शाती है। राणा ने चेतावनी दी कि यदि जनता ने समय रहते इस मनमानी के खिलाफ आवाज नहीं उठाई, तो प्रदेश का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।

उन्होंने कानून को ताक पर रखकर सरकार के इशारे पर काम कर रहे अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि जो अधिकारी यह समझते हैं कि सेवा निवृत्ति के बाद वे बच जाएंगे, उन्हें आने वाले समय में भाजपा सरकार बनने पर जवाबदेह ठहराया जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल राणा