जल शक्ति विभाग में टेंडर आवंटन में हुआ घोटाला, विजिलेंस करे जांच : बिक्रम ठाकुर
शिमला, 21 अगस्त (हि.स.)। पूर्व मंत्री व भाजपा नेता बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के विभाग में टेंडर आवंटन में घोटाले के आरोप लगाए हैं। उन्होंने बुधवार को शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान आरोप लगाया कि हमीरपुर जिला के बडसर के लिए पेयजल की एक योजना योजना व्यास नदी से बनाए जानी प्रस्तावित थी। इसके तहत बड़सर क्षेत्र की पेयजल योजनाओं के ओगूमटेशन के लिए एक प्रोजेक्ट आया था। इसकी लागत शुरू में 200 करोड़ थी, इसका टेंडर आवंटित कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने फिर से नजदीक की नदी सतलुज से इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर बनवाई और ये 131 करोड़ की बनी। विभाग की कमेटी ने पहले की कंपनी को ही बिना किसी टेंडर के ये काम दे दिया।
उन्होंने दावा किया कि कमेटी के एक सदस्य ने दो पन्ने का पत्र भी इस मसले को लेकर सरकार को भेजा था। इसके बावजूद सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने इस पूरे मामले की विजिलेंस से जांच करने की मांग की है। यदि विजिलेंस की जांच नहीं होती है तो पूरे मामले को केंद्रीय एजेंसियों को जांच के लिए सौंपना होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसी विभाग में राज्य के पांच शहरों की सीवरेज की योजना के लिए प्रोजेक्ट आया। नियमों के तहत इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनियों को वित्तीय व तकनीकी दोनों तरह की बिड में हिस्सा लेना था। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच शहरों की सीवरेज की योजना के लिए आए टेंडर के आवंटन में भी हेराफेरी हुई हैं। पांच शहरों के टेंडर के लिए सभी कंपनियों ने तकनीकी बिड मेंं हिस्सा लिया। दो कंपनियों को तकनीकी बिड से ही बाहर कर दिया। इन्हें वित्तीय बिड में हिस्सा लेने का मौका तक नहीं दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि तीनों कंपनियों ने मिलकर बाद में ये काम दिया है। इसमें भी हेराफेरी हुई है। इस मामले की भी जांच की जानी चाहिए। इससे तीनों कंपनियों से मिलकर सरकार को करोड़ों का चूना लगा है। इसकी भी जांच की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा / सुनील शुक्ला