कांग्रेस के घोषणापत्र में अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की झलक: रणधीर शर्मा

 


शिमला, 25 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी मीडिया विभाग प्रभारी व विधायक रणधीर शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस गठबंधन द्वारा जारी घोषणापत्र जहाँ अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति पर आधारित है वहीं इस घोषणापत्र में कॉम्युनिस्ट और माओवाद की झलक भी दिख रही है। कांग्रेस के घोषणापत्र में जातिगत सर्वेक्षण, जातिगत गणना और सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण की भी बात की गई और घोषणा पत्र में उन्होंने कहा है कि इस सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर हम इस देश के लोगों की संपत्ति का सर्वेक्षण करेंगे और उसका पुनर्वितरण करेंगे।

रणधीर शर्मा ने गुरूवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस घोषणापत्र में अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की बात कही गई है। अल्पसंख्यकों को तरजीब देने की बात कही गई है। सरकारी नौकरियों में 15 प्रतिशत आरक्षण, बच्चों को विदेश में पढ़ाने के लिए विशेष छात्रवृत्ति स्कॉलरशिप की बात हो यह अल्पसंख्यकों के लिए विशेष रूप से योजनाएं शुरू करने का घोषणा पत्र ने संकल्प लिया है। मुस्लिम लीग की विचारधारा है कि इस देश में बहुसंख्यकवाद नहीं चलेगा, लेकिन हमारे देश की विचारधारा सर्वधर्म समभाव की है।

रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सलाहकार सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका की तरह हिंदुस्तान में भी विरासत टैक्स लगाया जा सकता है। जिसके अनुसार किसी व्यक्ति की संपत्ति वो अगली पीढ़ी को विरासत में जाएगी तो उसका 55 प्रतिशत हिसाब सरकार के पास चला जाएगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी एलायंस वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई, धन-दौलत, सम्पत्ति, घर, जमीन-जायदाद ज़ब्त करने की फिराक में है। जनता की पैतृक संपत्ति और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए मेहनत से बनाए गए सभी संसाधनों को भी हड़पने का सपना देख रही कांग्रेस अपने मकसद को पूरा के लिए इसे पुनर्वितरण का नाम दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंड़ी गठबंधन के घोषणा पत्र से यह तस्वीर बिल्कुल स्पष्ट झलक रही है की आम जनता की संपत्ति घर, सोना, एफडी कुछ भी सुरक्षित नहीं रहेगा यही कांग्रेस का हिडन एजेंडा है।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल

/सुनील