आईजीएमसी मारपीट मामले में पांवटा साहिब में डॉक्टर के समर्थन में पूरा बाजार बंद
नाहन, 26 दिसंबर (हि.स.)। शिमला आईजीएमसी में डॉक्टर और एक व्यक्ति के बीच हुई मारपीट का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। इस मामले की आंच अब जिला सिरमौर तक पहुंच गई है। डॉक्टर के समर्थन में शुक्रवार को जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में पूरे बाजार को बंद रखा गया। सुबह से ही पांवटा साहिब के मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और सभी व्यापारी एकजुट होकर सड़कों पर उतर आए।
व्यापारियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि आईजीएमसी शिमला में कार्यरत डॉक्टर जिला सिरमौर के पांवटा साहिब का निवासी है, जिसने कड़ी मेहनत, लगन और ईमानदारी से पढ़ाई कर डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया। लोगों का आरोप है कि सरकार ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए डॉक्टर के खिलाफ कड़ा फैसला लिया, जो पूरी तरह से गलत और अन्यायपूर्ण है।
पांवटा साहिब व्यापार मंडल सहित विभिन्न संगठनों ने एक मंच पर आकर सरकार के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि डॉक्टर ने केवल अपना कर्तव्य निभाया था, इसके बावजूद उसे दोषी ठहराना न्यायसंगत नहीं है। बाजार बंद के दौरान मेडिकल स्टोर, दुकानें, होटल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे
स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टरों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। यदि इस तरह के मामलों में डॉक्टरों के खिलाफ कठोर फैसले लिए जाएंगे, तो स्वास्थ्य सेवाओं पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ेगा।
फिलहाल पांवटा साहिब में हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन लोगों का गुस्सा साफ नजर आ रहा है। सभी की निगाहें अब सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर