स्वरोजगार स्थापित करने में सक्षम बनें किसान व कृषि उद्यमी:कम्बोज
रोल ऑफ एग्रीबिजनेस इन सेल्फ रिलायंस ऑफ इंडिया विषय पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
हिसार, 6 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि कृषि में भी रोजगार की अपार संभावनाएं है, बस जरूरत है तो किसानों व कृषि उद्यमियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए उन्हें सक्षम बनाने की।
इसलिए विश्वविद्यालय की ओर से समय-समय पर कृषि से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं ताकि इन प्रशिक्षण में भाग लेकर किसान व कृषि उद्यमी खासतौर पर युवा किसान नई जानकारियां, नवाचारों व प्रौद्योगिकियों से अपडेट हो सके।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज सोमवार को छात्र कल्याण निदेशालय की काउंसिलिंग एवं प्लेसमेंट सेल के की ओर से आईडीपी-नाहेप प्रोजेक्ट के तहत रोल ऑफ एग्रीबिजनेस इन सेल्फ रिलायंस ऑफ इंडिया विषय पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ पर अपना संबोधन दे रहे थे।
उन्होंने इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए विश्वविद्यालय में नाबार्ड व आरकेवीवाई के तहत स्थापित किए गए एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर का जिक्र किया। छात्र कल्याण निदेशक एवं कार्यशाला निदेशक डॉ. अतुल ढींगड़ा ने भी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि कृषि व्यवसाय एक ऐसा साधन है, जिससे किसान अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने युवाओं को खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए इस प्रशिक्षण को अहम बताया। प्रशिक्षण के दौरान नासिक के डॉ. मुंजे इंस्ट्टियूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की निदेशक डॉ. प्रीति कुलकर्णी ने कहा कि कृषि विषय के विद्यार्थी किसानों के साथ जुडक़र फार्मर-प्रोड्यूसर समूह बनाकर उन्हें अधिक लाभ दिला सकते हैं तथा उनका यह प्रसास राष्ट्रीय पुन: निर्माण में अत्यंत सहायक साबित होगा।
इस अवसर पर सह छात्र कल्याण निदेशक (काउंसिलिंग एवं प्लेसमेंट) डॉ. सुबोध अग्रवाल ने भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं के आयोजन से विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करने के लिए आश्वासन दिया। डॉ. अमिता गिरधर ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। इस दौरान सह छात्र कल्याण निदेशक डॉ. सुशील लेगा, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य व डॉ. सुमन गहलावत भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर