पंचकूला में पांचवा चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल का हुआ आगाज

 


- 19 राज्यों की 25 भाषाओं में बनी 133 फिल्में हैं 25 फरवरी तक अवार्ड की दौड़ में

- 10 लाख के नकद पुरस्कार और ट्राफी किसके हाथ में होगी, इसकी समापन पर होगी घोषणा

पंचकूला, 23 फरवरी (हि.स.)। आठ शॉर्ट फिल्म्स, नौ डाक्यूमेंट्री, 13 चिल्ड्रन फिल्म्स और 17 कैंपस प्रोफेस्नल (शॉर्ट्स फिल्म्स) की स्क्रीनिंग के साथ 5वें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल का शानदार आगाज हुआ। हरियाणा पर्यटन विभाग के रेड बिशप कांप्लेक्स में आयोजित तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के लिए चार विशेष प्रकार के हाईटेक थिएटर तैयार किए गए हैं, जहां अगले दो दिन भी विविध श्रेणी की फिल्मों का प्रदर्शन होगा। इनमें से श्रेष्ठ रहने वाली 29 फिल्मों को भारतीय चित्र साधना की ओर से 10 लाख के नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र और ट्राफी मुख्यातिथि द्वारा समापन समारोह में दी जाएगी।

फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन सिनेमा जगत के कई सितारे यहां नजर आए, जिन्होंने अपनी कसौटी पर इन फिल्मों की स्क्रीनिंग के दौरान समीक्षा भी की। पहले दिन कुल 47 फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। यह सिलसिला सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुआ और सायं साढ़े पांच बजे तक चला। आयोजन स्थल पर बनाए गए ऑडी -1 में शॉर्ट्स फिल्म्स, ऑडी-2 में डाक्यूमेंट्री, ऑडी-3 में चिल्ड्रन फिल्म्स और ऑडी-4 में कैंपस प्रोफेस्नल (शॉर्ट्स फिल्म्स) दिखाई गई और इसी के साथ दिन के दो सत्रों में दो मास्टर क्लासेस भी आयोजित की गई।

इनमें पहली मास्टर क्लास में आकर्षण का विशेष केंद्र रहे तीन दशक पहले दूरदर्शन पर आए बहुचर्चित सीरियल चाणक्य फेम एवं पिंजर तथा मोहल्ला अस्सी जैसी फिल्मों के निर्माता एवं निर्देशक डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी। उनके अलावा पहले दिन मास्टर क्लास में फिल्म जगत की अन्य चर्चित हस्तियों में संदीप भूतोड़ि़या, अनंत विजय ने फिल्म विषयों पर अपनी जानकारी साझा की। दूसरी मास्टर क्लास ‘कहानी से सिनेमा’ विषय पर “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म के बहुचर्चित निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ली और सिनेमा संबंधित बारीकियों को फिल्म निर्माण की अलग अलग विधाओं से जुड़े प्रशिक्षुओं से साझा किया।

पंचकूला में भारतीय चित्र साधना के पांचवें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल की घोषणा के बाद से सबसे बड़ा इंतजार आज तब खत्म हुआ जब यहां एक के बाद एक फिल्मों का प्रदर्शन अलग अलग चार थिएटरों में शुरु हुआ। संभवतः इस तरह का यह पहला बड़ा प्रयास था,जब हरियाणा वासी इस तरह के बिग इंवेंट का हिस्सा बने।

यहां बता दें कि भारतीय चित्र साधना के पांचवे संस्करण में देश के 19 राज्यों से 25 भाषाओं की कुल 663 फिल्मों की एंट्री हुई थी, इनमें से चयनित 133 फिल्मों की स्क्रिनिंग 25 फरवरी तक चलेगी।यानी इन सीधे तौर यह फिल्म अवार्ड की दौड़ में शामिल हो चुकी हैं।प्रतिभागियों में उत्साह के साथ 25 मार्च की देर शाम तक कौतूहल लाजिमी है,क्योंकि भव्य समापन समारोह के मंच पर 29 पुरस्कार विजेताओं के साथ ट्राफी किसके हाथों में होगी,इससे पर्दा हटेगा।

सुनील दत्त थिएटर में पहले दिन इन 8 शॉर्ट फिल्म्स फिल्मों की हुई स्क्रीनिंग

1. अवतारी - -सुबोध आनंद (निर्देशक)

2. भरूप - मधुर त्यागी (निर्देशक)

3. प्रभाविनी - प्रबल खौंड (निर्देशक)

4. तरंग दैर्ध्य - रूद्रजीत रॉय (निर्देशक)

5. उकिर्द्याचा घरत (बीच के घोंसले में) - दीपक विश्वनाथ पवार (निर्देशक)

6. गंदा - पवन कुमार (निर्देशक)

7. नई पहल - रणविजय राव (निर्देशक)

8. विशुद्धि - जय सिंह राघव (निर्देशक)

सतीश कौशिक थिएटर में इन 9 डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग

1. हिमालय की काशी -अमन शर्मा (निर्देशक)

2. एक गांव, दिशा की और -अरविंद चौधरी (निर्देशक)

3. हम सब एक हैं - सीमा मुरलीधरा (निर्देशक)

4. सफ़र - प्रशांत शिरी नरेश कुहिकर(निर्देशक)

5. लाचित,योद्धा - पार्थसारथी महंत (निर्देशक)

6. विभाजन- रुचि नारायण (निर्देशक)

7. पोर्टमांटेउ: द वर्ड एंड द वर्ल्ड -धनंजय भावलेकर (निर्देशक)

8. मुस्कुराती हुई देवियाँ - ऋचा सिंह राजपुरोहित (निर्देशक)

9. गोंड जनजाति की वीरांगना रानी दुर्गावती -अशोक शरण (निर्देशक)

राममोहन थिएटर में हुई 13 चिल्ड्रन फिल्म्स की स्क्रीनिंग

1. बापू की गाड़ी -आशीष बाथरी (निर्देशक)

2. मुटिके खेलिबि - तोफान मोहंती (निर्देशक)

3. भगवान का अपना बगीचा - जी.एस.उन्नीकृष्णन नायर (निर्देशक)

4. ज़म्या - अमोल आनंदराव गरुड़ (निर्देशक)

5. निराक्षरा -अतुल कुमार (निर्देशक)

6. उम्बारा - प्रणय रमेश कोटांगले (निर्देशक)

7. मेरी बात सुनो - एधा टिकू (निर्देशक)

8. बस्ता - राजीव रंजन (निर्देशक)

9. चुप्पी तोड़ो (चुप्पी तोड़ो)- मोना सरीन (निर्देशक)

10. मैं भारत. - डॉ.सुधीर आज़ाद (निर्देशक)

11. कलाम - हरेंद्र सिंह (निर्देशक)

12. पंचविस -रविन्द्र प्रमोद वीरकर (निर्देशक)

13.पानपोई - किरण मारुति शिंदे (निर्देशक)

सत्येन कप्पू थिएटर में हुई 17 कैंपस प्रोफेसनल (शॉर्ट्स फिल्म्स) की स्क्रीनिंग

1. आइना - सारंगी स्मिता कृष्णकुमार (निर्देशक)

2. उसकी दो दुनिया -आशुतोष मिश्रा (निर्देशक)

3. हम ना नचेब (मैं डांस नहीं करूंगा) -विशाल कुमार रंजन (निर्देशक)

4. बीयरबानी - नितेश शर्मा (निर्देशक)

5. गौ-धर्म - उत्सव ठाकुर (निर्देशक)

6. चौखटा - शिबाली विश्वास (निर्देशक)

7. वो सात कदम - पवित्रा वर्मा (निर्देशक)

8. दृवि - रेन्ज़र्रा हैआपका - अंश विश्वकर्मा (निर्देशक)

9. लेटर बॉक्स -आदित्य उपाध्याय (निर्देशक)

10. लोन आसान डारो पर -आशीष बाथरी (निर्देशक)

11. सूर्यास्त - मान सिंह बास्की (निर्देशक)

12. पर्दा डालना -अशोक पटेल (निर्देशक)

13. बाँध - आकाश सिंह (निर्देशक)

14. नादान चिरैया - अंश विश्वकर्मा (निर्देशक)

15. बरसा -अखिलेश के ए (निर्देशक)

16. नृत्य करती हुई लड़की - अनंथा एस (निर्देशक)

17. रावण-छाया - आनंद त्रिपाठी (निर्देशक)

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/प्रभात